प्रजासत्ता|
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायकों द्वारा नारेबाजी करते हुए राज्यपाल के अभिभाषण के बीच सदन से बाहर चले जाने को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ने विपक्ष के आचरण की कड़ी आलोचना की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस विधायकों के आचरण को गलत बताया। मुख्यमंत्री ने कहा राज्यपाल का पद संवैधानिक है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए। राज्यपाल के अभिभाषण के बीच कांग्रेस विधायकों का वाकआउट और नारेबाजी करना निंदनीय है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को कम से कम महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण को पूरा सुनना चाहिए था। लेकिन यह विपक्ष की आदत बन गई है पिछली बार भी यहाँ राज्यपाल महोदय के साथ जिस तरह का व्यवहार हुआ, आज भी उसी तरह राज्यपाल के अभिभाषण के बीच सदन से बाहर चले जाने विपक्ष का अच्छा निर्णय नही था। विपक्ष जिस अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा बता रहा है उसमें वह कार्य है जो हमारी सरकार के कार्यकाल के दौरान जनता के लिए किए हैं।
अपनी मांगे मनवाने के लिए आन्दोलन कर रहे कर्मचारियों को लेकर मीडियाकर्मियों के द्वारा पूछे गए सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि जो भी आन्दोलन कर रहे हैं, उन्हें मेरा साफ संदेश है कि मेहरबानी करके अपनी बात सहजता और सरलता से कहे। आन्दोलन की भाषा में जो कोई कहेगा या जबरदस्ती अपनी मांगों को मनवाने की कोशिश करेगा तो उसकी मांगों को हम नही मानेंगे, जो सरकारी कर्मचारी इस तरह के आन्दोलन करेंगे हमारी बात नही मानेंगे उनके खिलाफ हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।
वहीँ विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहा है। भाजपा पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उसके बाद दोबारा से सत्ता में काबिज होगी।