प्रजासत्ता।
रूस व यूक्रेन में कई दिनों से चल रहे तनाव के बाद आज रूस ने यूक्रेन पर हमला कर ही दिया, जिससे देश के साथ साथ हिमाचल के सैकड़ों लोगों की भी चिंता बढ़ गई है।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से बहुत सारे छात्र यूक्रेन में पढ़ाई और नौकरी करने गए हैं। बता दें कि सस्ती मेडिकल शिक्षा के लिए देश के सैकड़ों युवा पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं। यूक्रेन में पढऩे गए विद्यार्थियों के स्वजनों की चिंता बढ़ गई है। अपने बच्चों की सलामती की दुआ कर रहे हैं।
अब जबकि रूस की ओर से यूक्रेन पर हवाई हमले व बमबारी शुरू हो गई है तो यूक्रेन में अध्ययनरत बच्चों व उनके अभिभावकों की घबराहट भी बढ़ गई है। ऐसे में प्रदेश के लोग केंद्र सरकार की ओर टकटकी लगाए हैं कि सरकार कब तक उनके बच्चों को वापस स्वदेश लाती है। इस बीच यूक्रेन में पढ़ रहे हिमाचल के बच्चे लगातार अपने माता-पिता के संपर्क में हैं और उन्हें ताजा हालातों से अवगत करवा रहे हैं।
इधर रूस के हमले के बाद यूक्रेन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है, जिसकी वजह से भारत के लोगों में चिंता और बढ़ गयी है।
वहीं भारतीय वायुसेना की ओर से यह कहा गया है कि वह यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए तैयार है। सरकार जैसा आदेश देगी उसकी आधार पर वायुसेना अपनी कार्रवाई करेगी। यूक्रेन में अगर एयरस्पेस खुला रहा तो वहां से नागरिकों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
आपात काल में विदेश मंत्रालय ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है जो 24 घंटे काम कर रहा है। यह कंट्रोल रूम यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट्स और भारतीयों की जानकारी देगा और उन्हें वहां से निकालने की कोशिश करेगा।