शिमला।
हिमाचल प्रदेश में सवर्ण आयोग को कानूनी मान्यता देने की मांग को लेकर शिमला में हुए उग्र आंदोलन में हिंसा और बवाल के आरोप में पुलिस ने देवभूमि क्षत्रिय संगठन की लीड करने वाले रूमित ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया। रूमित के अलावा, पुलिस ने उनके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी मुताबिक तीनों की गिरफ्तारी शोघी के पास एक होटल से हुई है। तीनों बुधवार को आंदोलन के बाद होटल में ठहरे हुए थे। शिमला की एसपी मनिका भुटूगंरू ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बताया जा रहा है आरोपितों को बालूगंज थाना में रखा गया है। दोपहर तक इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने इन पर दो अलग अलग मामले दर्ज किए हैं।
पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 341, 353, 332, 307 आईपीसी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। इसके अलावा 147, 148, 149, 341, 188 आईपीसी भी लगाई है। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का भी मामला दर्ज किया है।
बता दें कि सवर्ण आयोग को कानूनी रूप देने की मांग को लेकर बीते कल शिमला में प्रदर्शन में एएसपी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। संगठन के सदस्यों ने प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए तैनात की गई टीम पर जानलेवा हमला किया। जिसमे पथराव और लाठी डंडों का इस्तेमाल किया भी किया गया। वहीं खबर यह भी है कि कुछ स्थानीय लोगों के वाहनों को भी संगठन के प्रदर्शनकारियों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया है।