बिलासपुर|
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में स्थित एम्स अस्पताल में ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा।
सोमवार को कोठीपुरा में निर्माणाधीन एवं गेट पर स्थानीय लोगों और पवन सिक्योरिटी गार्डस के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने गेट बंद कर दिया और किसी गाड़ी को भी गेट के अंदर जाने नहीं दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने जम्ल्कार्ट नारेबाजी भी की|
ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल में कर्मचारियों की बैकडोर नियुक्तियां की जा रही हैं जिसको लेकर धरना दिया जा रहा है। काफी संख्या में ग्रामीण लोग इकट्ठा होकर हॉस्पिटल के मुख्य द्वार के बाहर धरना प्रदर्शन नारेबाजी कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कंपनी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उन्हें स्थाई रोजगार दिया जाएगा लेकिन यहां पर कुछ ऐसा नहीं हो रहा यहां बाहर लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। लोगों का कहना है कि एम्स हॉस्पिटल के निर्माण के समय उनसे वादे किए गए थे कि स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, लेकिन अब बैक डोर एंट्री से कर्मचारी रखे जा रहे हैं। इसका विरोध करते हैं और धरना प्रदर्शन इसी प्रकार जारी रहेगा।
लोगों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा वही डीसी बिलासपुर पंकज राय ने मौके पर पहुंचकर करके समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया