शिमला ब्यूरो|
हिमाचल कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार पर हमला साधाते हुए कहा कि जयराम सरकार से हर वर्ग परेशान है। आज किसान, बागवान, सरकारी कर्मचारी और आउटसोर्स कर्मचारी समेत हर वर्ग मौजूदा सरकार से तंग आ गया है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक कमजोर और झूठे मुख्यमंत्री है। उनकी न तो अफसरशाही पर पकड़ है और न ही वे अपने वादों को पूरा कर पा रहे हैं। सुक्खू ने कहा कि इन दिनों से सेब सीजन चरम पर है और बागवान प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बागवानों की मांग नहीं सुन रही है।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल के बागवानों के हितों की रक्षा के लिए कांग्रेस की सरकार बनते ही कमीशन का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बागवानी आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि बागवान को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि आयोग सेब और अन्य फलों की लागत, इनके मार्केट में दाम का मूल्यांकन करेगी। इसके आधार पर इनके लिए न्यूनतम सर्मथन मूल्य निर्धारित करेगी। फलों की दवाओं और खादों की सब्सिडी को भी तय किया जाएगा ताकि इनकी लागत कम रहे और बागवानों को इनके उचित दाम मिले।
उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना के तहत बागवानों से करोड़ों रुपए प्रीमियम काटा जाता है और जब बागवानों की फसल को नुकसान का मुआवजा देने की बारी आती है तो उन्हें नाममात्र पैसा लौटाकर बीमा कंपनियां पल्ला झाड़ लेती है। इससे फसल बीमा योजना का लाभ बागवानों के बजाय बीमा कंपनियों को मिल रहा है। सेब बागवानों के लिए कोल्ड स्टोर बनाए जाएंगे।
पत्रकार वार्ता के दौरान सुखविंद्र सिंह सुक्खू केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना की जाएगी। लेकिन आज स्थिति उल्टी हो गई है। आय तो नहीं बढ़ी लेकिन लागत मूल्य जरूर दोगुना हुआ है। उन्होंने कहा कि बागवान सचिवालय का घेराव कर रहे हैं। यह स्थिति जयराम सरकार की नालायकी की वजह से उत्पन्न हुई है।
उन्होंने कहा कि आज महिलाएं भी सड़कों पर आने को मजबूर हो गई है जो कह रही है कि उन्होंने सेब के पौधे के अपने बच्चों की तरह पाला पोसा है। अब केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों ने सेब उद्योग को संकट में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि पहले मोदी सरकार ने कार्टन पर जीएसटी 12 फीसदी से बढ़ाकर 18 फीसदी किया गया। अब जनता का बेवकूफ बनाने के लिए छह फीसदी जीएसटी का लाभ देने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि कार्टन समेत सभी कृषि इनपुट जीएसटी मुक्त होने चाहिए।
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में एक लाख से अधिक परिवार सेब की खेती से जुड़े हुए हैं। इनकी रोजी रोटी सेब पर निर्भर है और सरकार सेब के स्थापित उद्योग को बर्बाद करना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने के वादा किया था। ये वादा आठ साल बाद भी पूरा नहीं किया गया।
सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि जिस भी विपक्षी पार्टी का कोई नेता मोदी सरकार के खिलाफ बोलता है, उसकी आवाज दबाने के लिए ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का प्रयोग किया जाता है। लोकतंत्र में यह अच्छी परंपरा नहीं है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जयराम ठाकुर में प्रशासनिक क्षमता का अभाव है और वें नाम मात्र के मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार से आज हर वर्ग त्रस्त है। किसान, बागवान, कर्मचारी सभी वर्ग इस सरकार से पूरी तरह से परेशान है। उन्होंने कहा कि जिस कर्मचारी वर्ग का प्रदेश के विकास में अहम योगदान है और जिसके दम पर हिमाचल को देश में कई पुरस्कार मिले हैं, उनको ही इस सरकार ने हाशिये पर धकेल दिया है।
सुखविंदर सुक्खू ने पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे इसकी सीबीआई जांच से पलट गए हैं। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने का खुलासा जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने पहले कर दिया था लेकिन सरकार इसको लगातार दबाने का प्रयास करती रही। जब एसपी नहीं मानें तो मुख्यमंत्री ने इस पेपर को आनन फानन में रद्द कर दिया।
इसके बाद खुद सीबीआई जांच करने का ऐलान किया। मगर अब इसकी जांच करवाने से पलट गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस रवैये से सरकार की इसमें संलिप्तता का अंदेशा हो रहा है। इसलिए वे सीबीआई जांच से डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सता में आने पर इसकी SIT से जांच करवाएगी। इसमें जो भी मंत्री, अधिकारी संलिप्त होंगे,उनको जांच के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देश भर में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सड़क बनाने के दावे करते हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश में 69 नेशनल हाईवे को बनाने की बात कही गई थी अभी तक जमीन पर नहीं उतर सके हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता मौजूदा सरकार से बुरी तरह त्रस्त है। जिस डबल इंजन सरकार के विकास के दावे किए जाते हैं, वह भी पूरी तरह विफल है। ऐसे में जनता ने सत्ता से भाजपा सरकार को बाहर करने का मन बना लिया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ईवीएम से चुनाव कराने को लेकर भी संशय व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यदि कोई छेड़छाड़ न हुई, तो कांग्रेस पार्टी का सत्ता में आना तय है।