नई दिल्ली।
साउथ दिल्ली के डिफेंस कालोनी इलाके में स्थित हुडको पैलेस में अपने सरकारी आवास में सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या कर ली है। जितेंद्र कुमार की उम्र करीब 48 साल थी। यह घटना गुरुवार सुबह की बताई जा रही है। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। उस नोट में जितेंद्र ने स्पष्ट लिख रहा है कि उनकी मौत के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है।
आपको बता दें कि जितेंद्र कुमार केंद्र सरकार की तरफ से मिले फ्लैट में ही रहता था। आत्महत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत जितेंद्र कुमार के घर पहुंची तो पुलिस ने मौके पर पाया कि बालकनी में बेल्ट के सहारे शव लटका हुआ था । पुलिस टीम ने तुरंत शव को नीचे उतारकर अपने कब्जे में लिया । वहीं शव के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें लिखा है कि उसकी मौत का कोई भी जिम्मेदार नहीं है । हालांकि पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं लग पाया है।
जितेंद्र कुमार हिमाचल प्रदेश के रहने वाले थे। वे पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में चल रहे थे। जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक उन्हें कुछ स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां भी थी। दो साल पहले ही उनका चंडीगढ़ से ट्रांसफर किया गया था।बड़ी बात ये है कि वर्तमान में वे ACB की उस यूनिट के लीगल एडवाइजर थे जो दिल्ली के शराब घोटाले की जांच कर रही थी। लेकिन जितेंद्र खुद किसी भी तरह से इस मामले से नहीं जुड़े हुए थे। अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस कारण से जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। उनके शव को ऑटप्सी के लिए भेज दिया गया है। उसके बाद ही ज्यादा जानकारी सामने आ पाएगी। इतना जरूर पता चला है कि दिल्ली में जितेंद्र अकेले रह रहे थे , उनका परिवार हिमाचल के मंडी में रहता है। पुलिस को जैसे ही स्थानीय लोगों के जरिए सूचना मिली थी , एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची थी । पुलिस को वहां पर जितेंद्र का शव तो मिला ही , इसके अलावा एक सुसाइड नोट भी पड़ा मिल गया। उस नोट में सिर्फ इतना लिखा गया कि उनकी मौत का कोई भी जिम्मेदार नहीं है।