प्रजासत्ता ब्यूरो |
केंद्र सरकार ने चुनावी साल में हिमाचल के सिरमौर जिला के हाटी समुदाय को बड़ा तोहफा दिया है। केंद्रीय कैबिनेट ने हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मंजूरी दे दी है। इससे सिरमौर जिला की लगभग तीन लाख की आबादी लाभान्वित होगी। चुनावी साल में यह मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली में पत्रकार वार्ता में कहा कि सिरमौर के हाटी समुदाय की ये मांग 60 साल पुरानी है। सिरमौर के साथ लगते उत्तराखंड के जोनसार इलाके और सिरमौर के ट्रांसगिरी क्षेत्र में एक जैसी संस्कृति व बोली है। फिर भी सिरमौर के ट्रांसगिरी क्षेत्र को जनजातीय का दर्जा नहीं मिल पाया। स्थानीय लोग लंबे समय से जोनसार की तर्ज पर ट्रांस गिरी क्षेत्र को भी ट्राइबल स्टेटस की मांग कर रहे थे।
अनुसूचित जनजाति का स्टेटस मिलने से बाद शिमला से लेकर सिरमौर तक जश्न का माहौल है। हाटी समुदाय के लोगों ने शिमला में लड्डू बांटकर खुशी को जाहिर किया। बता दें कि गिरीपार क्षेत्र के लोगों ने अनुसूचित जनजाति का दर्जा पाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है। आखिरकार मोदी सरकार ने आज जनजातीय का दर्जा देने की मंजूरी दे दी है। अब केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचित करते ही क्षेत्र के लोगों को एसटी का लाभ मिलना शुरू होगा। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप और अन्य नेताओं ने ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर हाटी समुदाय को बधाई दी है।