प्रजासत्ता|
कृषि बिल के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन जारी है| इस बीच यह मसला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है| केरल से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन ने सुप्रीम कोर्ट में कृषि अधिनियम को चुनौती दी है| संसद द्वारा पिछले सप्ताह पारित किए गए किसानों से जुड़े बिल को वापस लेने के लिए रिट याचिका दायर की गई है|
बता दें कि विपक्ष और किसानों के विरोध के बीच संसद में ध्वनि मत से पारित कृषि विधेयक को रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मंजूरी दे दी। इसलिए, इन बिलों ने अब कानून का रूप ले लिया है। वही मंजूरी के बाद किसानों के आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया।
राजधानी दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में किसान बिल के विरोध में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने सोमवार सुबह दिल्ली में एक ट्रैक्टर में आग लगा दी। प्रदर्शनकारी कृषि कानूनों के विरोध में इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर लाए और उसमे आग लगा दी। । ट्रैक्टर में आग लगने के तुरंत बाद दमकल विभाग की एक टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और आग को बुझाया।
वहीं कर्नाटक में किसान संघों ने आज बंद का आह्वान किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज भगत सिंह नगर में धरना-प्रदर्शन करेंगे। पंजाब और हरियाणा सहित देश के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम का मंचन किया है।
कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल सहित कई राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति से विधेयक पर हस्ताक्षर किए बिना वापस भेजने की मांग की थी। हालांकि, राष्ट्रपति ने मांग को खारिज कर दिया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को तीन कृषि बिलों, अर्थात् कृषि उत्पादों और व्यापार और वाणिज्य (प्रोत्साहन और सुविधाएं), किसानों (अधिकार और सुरक्षा), मूल्य गारंटी और कृषि सेवा समझौतों को मंजूरी दे दी है।