शिमला,। (एजेंसी)
पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली सहित सभी चुनावी वादे पूरा करने की प्रतिबद्धता जताते हुए हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा सरकार ने ‘फिजूलखर्ची’ के कारण 25 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया, जिसकी वजह से राज्य ‘वित्तीय संकट’ में है।
अग्निहोत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि सरकार का पहला बजट वित्तीय स्थिति की स्पष्ट तस्वीर पेश करेगा और विकास का खाका सामने आएगा। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सरकार सभी चुनावी वादे पूरे करने को प्रतिबद्ध है खासकर 10 गारंटी… और उसके लिए खाका तैयार करने का काम शुरू हो गया है।’ अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार कैबिनेट की पहली बैठक में पुरानी पेंशन योजना पर बड़ा फैसला लेने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि वित्त विभाग पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली और महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह दिए जाने सहित सभी चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में काम कर है। मंत्रिमडल के प्रस्तावों को मंजूरी दिए जाने के बाद वादों को पूरा करने की प्रक्रिया में तेजी आएगी। राज्य की वित्तीय बदहाली के लिए पिछली भाजपा की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि जय राम ठाकुर नीत सरकार ने पिछले पांच साल में 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल पर 70,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें से 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज पिछली भाजपा सरकार ने पिछले पांच वर्षों में लिया।