उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने सोमवार रात्रि शहर में निराश्रित लोगों के लिए बनाए शेल्टर होम का निरीक्षण किया। इस दौरान रात में फुटपाथ पर सोते मिले निराश्रित व्यक्तियों को शेल्टर होम में शिफ्ट करवाया।
मंगलवार को उपायुक्त नेगी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से कड़ाके की सर्दी में निराश्रित व्यक्तियों की हरसंभव सहायता करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सोमवार रात करीब 8 बजे ओल्ड बस स्टैंड पहुंचे और बेसहारा लोगों को शिफ्ट करवाया। इसके बाद उन्होंने विंटर फील्ड की ओर जाने वाले रास्ते का निरीक्षण किया और यहां भी सो रहे कुछ लोगों को रैन बसेरा में शिफ्ट किया गया।
नेगी ने कहा कि बेसहारा व्यक्तियों के लिए प्रबंध करने का प्रमुख दायित्व नगर निगम शिमला का है। नगर निगम ही रैन बसेरा का संचालन करता है, इसलिए अधिकारियों को रात के समय सड़क किनारे सोने वाले व्यक्तियों की निगरानी कर उन्हें रैन बसेराें में भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
इस संबंध में शमिला के जिलाधीश ने बताया कि निरीक्षण के दौरान लगभग 20-25 व्यक्ति सड़क के किनारे सोते हुए मिले, जिनमें कुछ छोटे बच्चे भी शामिल थे। इन सभी को शेल्टर होम ले जाया गया है तथा अधिकारियों को उनके लिए उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।