[ad_1]
नई दिल्ली: घरेलू क्रिकेट में मुंबई के शानदार बल्लेबाजी कर रहे सरफराज खान इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। सरफराज ने हाल ही रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के खिलाफ ताबड़तोड़ सेंचुरी ठोक हाहाकार मचा दिया था। पिछले पांच मैचों में सरफराज की ये तीसरी सेंचुरी थी। इस रन मशीन को टीम इंडिया में अब तक मौका नहीं मिला है, जिसके चलते सलेक्टर्स निशाने पर हैं। हालांकि सरफराज का यहां तक का सफर भी इतना आसान नहीं रहा है। वह तंगी से भी जूझे हैं। उनके पिता नौशाद खान ने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत की है। सरफराज दुनिया में किसी भी चीज से ज्यादा अपने पिता के समर्थन को महत्व देते हैं, शायद यही वजह है कि टीम इंडिया में मौका न मिलने के बावजूद वे शांत हैं और अपने प्रदर्शन से हल्ला बोल रहे हैं।
पिता ने याद किया दिल छू लेने वाला किस्सा
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए नौशाद ने अपने बेटे की बेहद मासूमियत की एक दिल छू लेने वाली कहानी को याद किया। दरअसल, सरफराज अपने जीवन की तुलना भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर से करने लगे थे। सरफराज अक्सर शुरुआती दिनों में अर्जुन के साथ खेलते थे। उन्होंने एक दिन अपने पिता से कहा था- अब्बू, अर्जुन कितना नसीबवाला है ना? वह सचिन सर का बेटा है और उसके पास कार, आईपैड सब कुछ है।
फिर कहा- मैं उससे ज्यादा भाग्यशाली हूं
सरफराज के ऐसा कहने के बाद नौशाद निशब्द हो गए, लेकिन उनका बेटा जल्द ही उनके पास दौड़ता हुआ आया और उन्हें गले लगाकर कहा- मैं उससे ज्यादा भाग्यशाली हूं। आप पूरा दिन मुझे समर्पित कर सकते हैं, लेकिन उनके पिता उन्हें समय नहीं दे पा रहे होंगे। सरफराज ने रणजी ट्रॉफी में रनों का अंबार लगाना जारी रखा है। उनके ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में होने वाली बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के आखिरी दो मैचों के लिए भारतीय टेस्ट टीम में शामिल होने की उम्मीद है।
[ad_2]
Source link