प्रजासत्ता|
सोमवार को हिमाचल प्रदेश में अलग अलग स्थानों पर सरकारी बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जानकर नारेबाजी की| देश के साथ साथ हिमाचल में इसका असर देखने को मिला | सरकारी बैंक बंद रहे और कामकाज ठप्प रहा|
बता दें कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के 10 लाख कर्मचारी केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ पिछले महीने से ही प्रदर्शन कर रहे हैं और अब 15 एवं 16 मार्च को दो दिन की हड़ताल का ऐलान किया गया है|
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में IDBI Bank बैंक के अलावा दो और सरकारी बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था. जिसका बैंक कर्मचारी यूनियनों की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है| अब विरोध हड़ताल का रूप ले रहा है|
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने अगले वित्त वर्ष (2021-22) के दौरान विनिवेश के जरिये 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. बैंकों के निजीकरण के अलावा सरकार ने एक जनरल इंश्योरेंस कंपनी को भी अगले वित्त वर्ष में निजीकरण करने का फैसला लिया है|