हमीरपुर।
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ड्राइंग मास्टर पोस्ट कोड-980 की लिखित परीक्षा के लिए तैयार किए गए पेपर कर्मचारी चयन आयोग की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद ने अपनी पड़ोसी सुनीता देवी ने पैसे देकर बैचा था। विजिलैंस की जांच में इसका खुलासा हुआ है।
जिसके बाद पेपर देने और कागजातों की जांच होने के पर सुनीता देवी 28वें नंबर पर आकर टॉपर बनी है। हालांकि इस परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित नहीं किया गया है।
ड्राइंग मास्टर भर्ती में फर्जीवाड़ा होने के चलते विजीलैंस ने शुक्रवार को एफआईआर दर्ज की थी लेकिन अभी तक विजिलैंस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। हालांकि जिस महिला ने पेपर को खरीदा था उस पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।
जबकि पेपर लीक मामले में पहले ही उमा आजाद, उसके बेटे निखिल आजाद, नितिन आजाद और संजीव कुमार न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। उनके खिलाफ एक और मामला बन गया है, लेकिन विजिलैंस ने 2 लोगों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज की है। अब विजिलैंस अभ्यर्थी सुनीता देवी व पेपर बेचने वाले को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर ले सकती है, वहीं विजिलैंस की एएसपी रेणु शर्मा इस मामले के संबंध में शिमला गई हुई हैं।