Document

WTC Final से पहले सामने आई श्रीलंका के खिलाड़ी की शिकायत, पूछ लिया बड़ा सवाल

[ad_1]

kips

नई दिल्ली: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को लेकर भारत-श्रीलंका के बीच रेस तेज हो गई है। टीम इंडिया जहां फाइनल के लिए पहले ही क्वालिफाई कर चुकी ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला कर रही है तो वहीं दूसरी ओर श्रीलंका-न्यूजीलैंड से भिड़ रही है। यदि श्रीलंका दो मैचों की सीरीज में न्यूजीलैंड को शिकस्त देती है तो भारत के लिए फाइनल खेलना मुश्किल हो सकता है। इस रोमांचक मोड़ से पहले श्रीलंका के बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज ने एक शिकायत की है। एंजेलो मैथ्यूज ने इस साल श्रीलंका के टेस्ट मैच शेड्यूल को निशाने पर लिया है। उनकी शिकायत है कि इस साल श्रीलंका पर्याप्त टेस्ट नहीं खेलेगा। मैथ्यूज ने पूछा है कि अगर शेड्यूलिंग इतना असंतुलित है तो टेस्ट क्रिकेट का क्या महत्व है?

पांच टेस्ट काफी कम हैं

क्राइस्टचर्च में श्रीलंका के तीसरे सबसे बड़े टेस्ट स्कोरर बनने वाले मैथ्यूज ने कहा- दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम इस साल बहुत अधिक टेस्ट मैच नहीं खेल रहे हैं। पांच टेस्ट काफी कम हैं। हम लंबे समय बाद टेस्ट में वापस आए हैं। आखिरी टेस्ट छह महीने पहले था। दरअसल, श्रीलंका 2023 में पांच टेस्ट खेलेगी। इनमें दो न्यूजीलैंड, दो पाकिस्तान और एक आयरलैंड के खिलाफ होगा। उन्होंने आगे कहा- “हर कोई टेस्ट क्रिकेट के खत्म होने की बात कर रहा है, लेकिन हम साल में केवल पांच टेस्ट खेलने वाले टेस्ट क्रिकेट के लिए कुछ अच्छा नहीं कर रहे हैं। उम्मीद है कि हमें इस साल और मैच मिलेंगे। पांच पर्याप्त नहीं हैं।”

तीन टेस्ट मैचों की एक भी श्रृंखला नहीं

दरअसल, श्रीलंका के पास तीन टेस्ट मैचों की एक भी श्रृंखला नहीं है। वहीं भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड नियमित रूप से एक ही अवधि के दौरान एक दूसरे के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलते हैं। सबसे खराब स्थिति में वे चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलते हैं। भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के अलावा अधिकांश अन्य पक्ष दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलते हैं। कुछ मामलों में तीन टेस्ट मैच हो सकते हैं। वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेल रहे जेसन होल्डर और एनरिक नार्जे ने भी कहा था कि बिग थ्री के अलावा हर टीम इन दिनों बामुश्किल कोई टेस्ट खेल रही है।

[ad_2]

Source link

Tek Raj

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Latest Stories

Watch us on YouTube