कसौली|
सोलन जिला के धर्मपुर में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय जिला स्तरीय माता मनसा देवी मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कड़ी में मेले में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए कलाकारों के चयन की प्रक्रिया शुरू होते ही एक विवाद शुरू हो गया। दरअसल हिन्दू जागरण मंच द्वारा मेले के आयोजन के दौरान नूरा बहनों को बुलाए जाने का विरोध किया है। इस बारे में हिन्दू जागरण मंच की तरफ से एसडीएम कसौली को एक ज्ञापन भी दिया गया है।
प्रजासत्ता से बात करते हुए हिन्दू जागरण मंच के थाना अध्यक्ष धर्मपुर के अध्यक्ष अक्षय सूद ने जानकारी देते हुए बताया कि धर्मपुर में आयोजित होने वाला जिला स्तरीय माता मनसा देवी मेला विशुद्ध रूप से सनातन धर्म का अभिन्न अंग है और इसमें ऐसे किसी भी कलाकार को चयनित या आमंत्रित न किया जाए जिसका सनातन धर्म से कोई संबन्ध न हो या सनातन धर्म में आस्था न हो इसके अलावा सनातन संस्कृति की पर्याप्त जानकारी न रखता हो।
उन्होंने कहा कि कुछ ही दिन पहले मंडी के शिवरात्रि मेले की सस्कृति संध्या के दौरान भी प्रशासन द्वारा साबरी बंधुओं को बुलाकर न केवल सनातन धर्म, हिन्दू देवी देवताओं तथा सनातन संस्कृति का ही अपमान नहीं किया, अपितु हिमाचल प्रदेश की बहुसंख्यक हिन्दू जन्सख्या का भी अपमान किया। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज के प्रबुध लोगो से चर्चा के उपरान्त उन्होंने यह निर्णय लिया है कि कि किसी भी गैर सनातनी कलाकार को मनसा माता मेले में आमंत्रित न करें।
उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि धर्मपुर मनसा माता मेले में बुलाई गई नुरानी बहनो के कार्यक्रम को रद्द करे तथा किसी सनातनी महिला कलाकार को प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित कर सनातन धर्म तथा हिन्दुओं की जन भावनाओं का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन हमारी बात नहीं मानेगा तो इसका कड़ा विरोध किया जायेगा।