प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
देश में टमाटर की कीमतों में आए तेज उछाल को सरकार ने अस्थायी और मौसम-जनित परिस्थिति बताते हुए मंगलवार (27 जून) को कहा कि इसके दाम जल्द ही नीचे आ जाएंगे। उल्लेखनीय है कि देश के ज्यादातर बाजारों में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो के पार हो गई है। एक महीने में टमाटर की कीमतों में 20 गुना बढ़ोतरी हुई है।
गौरतलब है कि रिटेल मार्केट में इसकी कीमत करीब 40-50 रुपये किलो थी। यानी दाम करीब-करीब दोगुने हो गए हैं। कई राज्यों में बारिश और गर्मी के कारण टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है। कई जगहों पर इस साल टमाटर की बुआई पिछले साल के मुकाबले कम है। इसकी वजह से एकाएक दाम बढ़ जाने से खाना बनाने में प्रमुखता से इस्तेमाल होने वाले टमाटर ने घरों का बजट बिगाड़ने का काम किया है।
उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने इस संदर्भ में पीटीआई-भाषा से कहा कि टमाटर की कीमतों में तीव्र वृद्धि एक अस्थायी समस्या है। उन्होंने कहा, हर साल इस समय ऐसा होता है। दरअसल टमाटर बहुत जल्द खराब होने वाला खाद्य उत्पाद है और अचानक बारिश होने से इसकी ढुलाई पर असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि मॉनसून के कारण हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश हो रही है, जिससे फसल प्रभावित हुई है। इससे आपूर्ति भी सीमित हो गई है। उन्होंने कहा कि मौजूदा संकट खराब मौसम और आपूर्ति बाधाओं के दोहरे प्रभाव के कारण है।
रोहित कुमार सिंह ने कहा, मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अगले कुछ दिनों में टमाटर की कीमतें कम होने वाली हैं। दिल्ली में सोलन और हिमाचल प्रदेश के अन्य केंद्रों से ताजा आपूर्ति की उम्मीद है। इससे कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। मुझे लगता है कि 10 से 15 दिनों के भीतर टमाटर की कीमत कम होनी शुरू हो जाएगी।