शिमला|
राजधानी शिमला के रोहड़ू क्षेत्र में सेब की फसल को बागवान द्वारा नाले में फेंकने वाले वायरल वीडियो पर सरकार और भाजपा आमने सामने आ गए हैं। जहां पूर्व सीएम जयराम ठाकुर और भाजपा ने इसे मुद्दा बना कर सुक्खू सरकार पर बागवानों की अनदेखी का आरोप लगा रही है। वहीँ बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी पटवार करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा ने षड्यंत्र के तहत सेब को नाले में नष्ट करने वाला वीडियो बनाया और उसे मीडिया में वायरल किया।
नेगी ने कहा कि भाजपा आपदा में भी अवसर ढूंढ रही है और गंदी राजनीति कर रही है जबकि यह वक्त मदद करने का है। सरकार ने मामले को लेकर एसडीएम रोहड़ू को जांच कर आदेश दिए हैं । जिसमें पाया गया है कि भाजपा नेताओं के इशारे पर करीब 20 दिन पुराना वीडियो वायरल किया जा रहा है। भाजपा नेता साजिश रच कर ऐसे कृत्यों से सरकार को बदनाम करना चाहती है। मामले की गम्भीरता से जांच के आदेश दिये गए है औऱ जल्द भाजपा के षड़यंत्र को बेनकाब कर सच सामने लाया जाएगा और जो लोग इसके पीछे हैं उनके खिलाफ़ कारवाई की जाएगी।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि एक चुने हुए प्रतिनिधि की ओर से नाले में सेब डालना गलत है। नाले में सेब डालकर उप प्रधान ने प्रदूषण किया। बागवानी मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि यह वीडियो साजिश के तहत बनाया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हाल ही में ऊपरी शिमला का दौरा कर वापस लौटे। यदि सड़के बंद पड़ी हुई हैं, तो वह वहां तक कैसे गए? उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है। यदि जयराम ठाकुर अपने दौरे पर एक किलोमीटर भी पैदल चले, तो उन्हें इस बारे में बताना चाहिए। बागवानी मंत्री ने कहा कि बागवानों का सेब मंडियों तक पहुंच रहा है और भाजपा लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है।
गौरतलब है कि रविवार को रोहड़ू क्षेत्र का बताकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। इसे सेब को नाले में बहाया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी इसे मुद्दा बना रही है। हालांकि नाले में फेंका जा रहा कुछ सेब सी ग्रेड का लग रहा है।
वहीँ रोहड़ू के बलासन निवासी बागवान यशवंत ने बताया कि सड़क बंद होने से उनका और उनके भाई का सेब खराब जरूर हुआ है। इसलिए सेब को नाले में जरूर फेंका है, लेकिन उन्होंने न तो इसका वीडियो बनाया और न ही ऐसी कोई मंशा थी, क्योंकि वह समझते हैं कि यह आपदा का वक्त है।उन्होंने अपना सेब नाले में फेंकने के लिए पिकअप में भेजा था। इस दौरान किसी ने इसका वीडियो बना लिया। वह इस मुद्दे पर राजनीति नहीं चाहते हैं।