प्रजासत्ता ब्यूरो बिलासपुर |
Himachal News: बिलासपुर जिला के आसपास के इलाकों में उस समय हडकंप मच गया जब गंभरोला खड्ड का पानी वीरवार दोपहर को अचानक जहरिला और लाल-काला होता हुआ नज़र आया। स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर इंटरनेट पर डाल दिया। जैसे ही मामले की जानकारी उपायुक्त बिलासपुर को मिली तो उन्होंने एक टीम को मौके पर जांच के लिए भेजा।
बिलासपुर की गंभरोला खड्ड में आया लाल पानी pic.twitter.com/qKYUOWgbZH
— Prajasatta (@PrajasattaNews) September 1, 2023
बता दें कि इस खड्ड से कई पयेजल योजनाएं चलती हैं। इनमें सबसे बड़ी योजना मैथी है और उसके बाद छडोल, कल्लर,रत्नपुरधार, जामली, पट्टा तक के क्षेत्रों को इसी खड्ड से पानी उठाया जाता है। वीरवार को अचानक हुई इस घटना से क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति योजनाएं इससे प्रभावित हो गई हैं। इससे करीब 10 से 15 हजार की आबादी प्रभावित हुई।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिलासपुर के अधिकारी मौके पर पहुंचे
वीरवार दोपहर को जब ग्रामीणों ने खड्ड का पानी लाल देखा तो इस बारे में स्थानीय पंचायत प्रधान को सूचना दी। पंचायत प्रधान ने इस बारे में प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद घटना का पता चलते ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिलासपुर के अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा पानी के सैंपल एकत्रित किए। हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक टीम ने खड्ड के पानी का सैंपल लिया।
विभाग ने भरे सैम्पल
विभागीय अधिकारी व कर्मचारी स्थानीय लोगों से इस बारे में बातचीत कर रहे हैं। विभाग द्वारा इस पानी के सैंपल को सुंदरनगर स्थित विभाग की लैब में भेजा जा रहा है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि पानी का रंग लाल कैसे हुआ है।
सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम ने पानी के सैंपल लिए और लोगों से इस बारे में जानकारी ली। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि पानी का रंग लाल कैसे हुआ है।
अतुल परमार
अधिशासी अभियंता, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिलासपुर हिमाचल प्रदेश
मामले की शुरूआत जांच में पता चला है कि दयोथ के भजूण में स्थित कत्था फैक्ट्री की टंकी फटने से इसमें रखा कत्था बहकर आया है। यह हानिकारक नहीं है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
डा गोकुल चंद्रन कार्तिकेयन
एसपी बिलासपुर