प्रजासत्ता ब्यूरो| 14 सितम्बर
देश और दुनिया के लिए पर्यटन का केंद्र बनी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मनाली और लाहौल स्पीति को जोड़ने वाली अटल टनल रोहतांग (Atal Tunnel Rohtang) का नाम भले ही वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। लेकिन उद्घाटन के कुछ वर्ष बाद ही काम की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। टनल में पानी का बढ़ता रिसाव आने वाले समय में मुसीबत बन सकता है।
उल्लेखनीय है कि दुनिया की सबसे लंबी और 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी अटल टनल में पानी का रिसाव बढ़ता जा रहा है। टनल के भीतर काफी समय से साउथ पोर्टल पर करीब डेढ़ किलोमीटर हिस्से में पानी का भर रहा है। इससे वाहनों की आवाजाही में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
अटल टनल में बहने लगा पानी pic.twitter.com/WTA5BStFAw
— Prajasatta (@PrajasattaNews) September 14, 2023
वहीँ इस मामले को लेकर लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने आरोप लगाते हुए Atal Tunnel Rohtang के निर्माण और काम की गुणवत्ता पर सवाल उठाए है। रवि ठाकुर ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टनल का उद्घाटन किया है, तब से टनल में पानी बह रहा है। इससे कई बार एक्सीडेंट भी हो रहे हैं।
रवि ठाकुर ने कहा कि खासकर सर्दियों में पानी जमने से ज्यादा दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद पानी का रिसाव नहीं रुक रहा है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से इस पर संज्ञान लेने का आग्रह किया और कहा कि बिना कम्पलीशन के टनल का उद्घाटन कैसे करवाया गया। रवि ठाकुर ने कहा कि उन्होंने अटल टनल में पानी के रिसाव से जुड़ा सवाल विधानसभा के मानसून सत्र में भी पूछा है।
पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
गौरतलब है कि 3 अक्तूबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल टनल रोहतांग (Atal Tunnel Rohtang) का उद्घाटन किया था। इसके बाद से अटल टनल देशभर के पर्यटकों के लिए पहली पसंद बनी है। अब मनाली जाने वाला हर टूरिस्ट इसके दीदार के लिए जाता है। बता दें कि अटल टनल को पूरी तरह बनने में 3600 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।