विजय शर्मा | सुंदरनगर 11 अक्तूबर
Mandi News: विकास खण्ड सुन्दरनगर कार्यालय में प्रधान परिषद संघ की बैठक हुई, जिसमें विचार किया गया कि जिला परिषद कर्मचारी व अधिकारी को पिछले 12 दिनों से अपनी कुछ जायज मांगों को लेकर कलम छोडो हडताल पर हैं उसके कारण पंचायत के सारे काम ठप्प हो गए हैं।
सरकार की किसी भी योजना का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने में ग्राम पंचायतों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम पंचायतें पूर्णतयः निष्क्रिय हो गई हैं। हैरानी का विषय है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आम लोगों तक सरकार की सभी योजनाओं का क्रियानव्यन इन कर्मचारियों द्वारा किया जाता है और विकास कार्यों को करवाने में जिनका अहम योगदान रहता है इन्हे सरकार द्वारा विभिन्न लाभों से महरूम रखा जाता है।
कारण यह है कि इन्हे जिला परिषद कैडर के अर्न्तगत रखा गया है। सरकार के सभी विभाग ग्राम पंचायतों से जुड़े हुऐ हैं। जमीनी स्तर पर सभी विभागों के कार्य पंचायत द्वारा ही क्रियान्वित किये जाते हैं। जिला परिषद के अर्न्तगत पंचायत सचिव, तकनिकी सहायक. कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियन्ता आदि कर्मचारी शामिल हैं।
उक्त सभी कर्मचारी को कोई भी लाभ सरकार की तरफ से नहीं दिया जा रहा है। जैसे छठा वेतन आयोग, पदोन्नोति, पुरानी पेंशन योजना व अनेको वितिय लाभों से महरूम रखा गया है। प्रधान परिषद ने गहन विचार करते हुऐ यह निर्णय लिया है कि उक्त सभी कर्मचारियों को सभी लाभ दिये जाने अति आवश्यक हैं।
क्योंकि हैरान करने वाला विषय यह है कि एक पंचायत सचिव जो ग्रामीण विकास विभाग में नियुक्त हैं वह भी वही काम करता है जो एक जिला परिषद का पंचायत सचिव करता है। किन्तू ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी को भी सभी लाभ दिये जाते हैं। जबकि जिला परिषद के कर्मचारियों को कोई भी लाभ नहीं दिया जाता है। इसके लिया सभी पंचायत प्रधान इन कर्मचारियों के समर्थन में सरकार से मांग करते है की इनकी मांगो को जल्द स्वीकार किया जाये।
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