प्रजासत्ता|
शिमला जिला के सब डिवीजन सुन्नी के तहत सतलुज नदी पर 19 लाख रुपये की लागत से बन रहा चाबा-शाकरा फुटब्रिज का ढांचा शनिवार को तेज हवाओं में ही ढह गया। बता दें कि शनिवार को निर्माणाधीन पुल का ढांचा हवा के तेज से कुछ देर तक झूलता रहा। देखते ही देखते पुल टूटकर नदी में गिर गया, पुल में उपयोग में लाई जा रही डेकिंग शीट भी हवा के साथ उड़कर नदी के तेज बहाव में बह गई।
गौर हो कि हादसे के समय पुल का निर्माण रुका था। अन्यथा, बड़ा हादसा हो सकता था। इस पुल के निर्माण से मंडी और शिमला की करीब पांच सौ की आबादी को फायदा मिलना था। लोनिवि के आला अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। मामले की जांच की जा रही है। लाखों का पुल लोगों को समर्पित होने से पहले ही लोनिवि की लापरवाही की भेंट चढ़ गया।
उधर, स्थानीय लोगों ने पुल निर्माण के उपयोग में लाई जा रही सामग्री की क्वालिटी पर सवाल उठाते हुए सरकार से मामले की जांच करवाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग घटिया निर्माण कार्य करवा कर लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ कर रहा है।
वहीँ मामले को लेकर लोनिवि सुन्नी सब डिवीजन के एसडीओ चमन लाल सुमन ने कहा कि पुल कर कार्य अभी पूरा नहीं हुआ था। ऐसे में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई ठेकेदार ही करेगा। कहा कि ठेकेदार को 10 दिनों में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। मामले की सूचना आला अधिकारियों को दे दी गई है। इसकी जांच की जा रही है।