प्रजासत्ता|
हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएँ पूरी तरह चरमरा गई है। कोरोना मरीजों को संभालने के लिये रोजाना बैंटिलेटर सुविधा न मिलने के कारण मरीजों की संख्या दिन- प्रतिदिन बढ़ रही है । प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खुल गई है। यह बात दूं विधानसभा से पूर्व विधायक चौधरी राम कुमार ने कही है|
चौधरी राम कुमार ने कहा कि अगर बीबीएन क्षेत्र की बात की जाये तो तो पीजीआई के स्तर का ईएसआई अस्पताल जिसे भाजपा सरकार ने कोविड सैंटर बनाया है। लेकिन ईइसआई अस्पताल में सिटी स्केन व अन्य जीवन दान देने वाले उपकरण बंद पड़े हैं धूल फांक रहे है। और कोरोना काल में बिना बैंटिलैटर और बिना ऑपरेटर और छोटे मोटे स्पेयर पार्ट न होने की वजह से अभी तक चालू नहीं हो पाये है।
उन्होंने कहा कि बीबीएन जैसे औद्योगिक क्षेत्र में लाखों लोग पूरे भारत वर्ष से आकर रह रहे हैं,, और पूरे प्रदेश ही नहीं विश्व भर में जीवन दायिनी दवाईयां भी इस क्षेत्र से स्पलाई हो रही है। लेकिन कोरोना महामारी आये 1 वर्ष हो गया है । प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर 1 नये रू तक काम नहीं किया है । लोग बिना बैंटिलेटर और आईसीयू की सुविधा न मिलने के कारण मरने को मजबूर है। हर रोज बददी नालागढ़ से नौजवान या अधेड़ बिना वैटिलेटर और बिना आईसीयु की सुविधा के मर रहे हैं । लेकिन प्रदेश सरकार के कान में कोई जूं तक नहीं रेंग रही।
ऐसी आपात स्थिति में लोगों को मजबूरन निजि अस्पतालों में ईलाज के लिये लाखों रू देने पड़ रहे है । जबकि ऐसी आपात स्थिति में प्रदेश सरकार को कैंन्द्रीय सरकार से सभी निजि अस्पतालों को उनको न्युनतम किराया राशि देकर अपने अधीन कर नागरिकों की जान व स्वास्थ्य की सुरक्षा करनी चाहिये । जबकि सरकार ऐसा बिल्कूल न करके सिर्फ मंहगाई बढ़ा रही है । मंहगा तेल , मंहगी खाने पीने की वस्तुएं बेचकर लोगों का दीवालियां निकाल रही है ।
उन्होंने प्रदेश व केंन्द्र सरकार को सलाह दी कि प्रदेश के सभी जोनल , सिविल अस्पतालों सीएचसी , पीएचसी में प्रयाप्त मात्रा में बैंटिलेटर की सुविधायें मुहैया करवायें और बद्दी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र के ईएसआई अस्पताल में बने आईसीयू के लिये डॉक्टर मुहैया करवाकर चालू करवायें और बंद पड़े बैंटिलैटरों के पार्टस और टैक्निशियन उपलब्ध करवाकर उनकों भी चालू करें ताकि इस कोरोना महामारी की चपेट में आ रहे मरीजों की जान बचाई जा सके ।