प्रजासत्ता ब्यूरो |
Himachal New DGP: कारोबारी निशांत शर्मा विवाद में उलझे हिमाचल के पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू को हिमाचल हाईकोर्ट के फैसले के बाद बदलना सरकार की मजबूरी बन गया है। ऐसे में सुक्खू सरकार ने नए डीजीपी की तलाश शुरू कर दी है। देखने वाली बात यह होगी कि सुक्खू सरकार अब किसे इस पद पर तैनाती देगी। सूत्रों की माने तो इस पद में लिए दो नाम एसआर ओझा (IPS Sanjay Ratan Ojha) और सतवंत अटवाल (IPS Satwant Atwal) का नाम सबसे आगे है।
हालांकि इस सूची में डेपुटेशन से एक महीने पहले ही लौटें 1989 बैच के सीनियर IPS एवं DG जेल एसआर ओझा पुलिस विभाग के नए मुखिया बनाए जाने की संभावनाएं ज्यादा है। सचिवालय में उनकी ताजपोशी को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई है। अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की तरफ से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
बता दें कि पेपर लीक मामले में कांग्रेस पार्टी विपक्ष में रहते हुए संजय कुंडू को पद से हटाने और उनके खिलाफ जांच कराने की मांग पूर्व भाजपा सरकार से करती रही, लेकिन सत्ता में काबिज होने के बाद एक साल तक डीजीपी संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu) को बदला ही नही गया। हालांकि अप्रैल 2024 में उनकी सेवानिवृति हो जायेगी। लेकिन उससे पहले ही कारोबारी निशांत शर्मा मामले में उलझने के बाद हिमाचल हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद उन्हें पद से हटाना सरकार की मजबूरी बन गया है।
ऐसे में अब डीजीपी पद के लिए संजय रत्न ओझा का नाम चर्चा एक बार फिर चर्चा में आ गया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजीव रंजन ओझा को सरकार ने अभी डीजी जेल लगाया है। हिमाचल कैडर के 1989 बैच के सीनियर IPS एसआर ओझा 5 साल तक सेंटर डेपुटेशन पर रहे हैं। संजय कुंडू और एसआर ओझा दोनों ही 1989 बैच के IPS है। संजय कुंडू अप्रैल 2024 और एसआर ओझा मई 2025 में रिटायर होंगे। ओझा हिमाचल में जॉइनिंग दे चुके हैं, उन्हें DG जेल लगाया गया है।
सीनियोरिटी के आधार पर देखा जाए, तो संजीव रंजन ओझा (IPS Sanjay Ratan Ojha) ही सबसे वरिष्ठ अधिकारी की श्रेणी में आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि संजय कुंडू को हटाने के बाद संजीव रंजन ओझा ही हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (Himachal New DGP) होंगे। हालांकि ऐसा भी हो सकता है कि सुक्खू सरकार इस फैसले में बदलाव करे और सतवंत अटवाल को यह जिम्मेदारी सौंपे, क्योंकि इससे पहले अगस्त के महीने में जब पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू छुट्टी पर गए थे, तो आईपीएस अधिकारी सतवंत अटवाल (IPS Satwant Atwal) को ही कार्यकारी पुलिस महानिदेशक का जिम्मा दिया गया था।