शिमला ब्यूरो |
Himachal News: हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह व बिजली बोर्ड यूनियन (Electricity Board Union) के बीच आज अहम बैठक होगी। बैठक में ओल्ड पेंशन और बिजली बिभाग के एमडी को हटाने पर होगी चर्चा होगी। दरअसल हिमाचल प्रदेश में ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) की गारंटी अभी पूरी नहीं हो पाई है। बिजली बोर्ड के लगभग 6600 कर्मचारी अभी भी ओल्ड पेंशन स्कीम का इंतजार कर रहे हैं। बोर्ड कर्मचारियों का ओपीएस के लिए इंतजार लंबा होता जा रहा है। संभव है कि आज बोर्ड कर्मचारियों की ओपीएस को लेकर कोई फैसला हो जाए।
उल्लेखनीय है कि बीते दिन अपनी मांगों को लेकर बिजली बोर्ड कर्मचारी ज्वाइंट फ्रंट के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए चौड़ा मैदान पहुंच गए। जब चौड़ा मैदान में प्रदर्शन चल रहा था, तो मुख्यमंत्री कार्यालय से कर्मचारियों को वार्ता का निमंत्रण मिल गया और प्रदर्शन को खत्म कर दिया। 18 जनवरी को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली इस मीटिंग में बिजली बोर्ड कर्मचारी अब ओल्ड पेंशन बहाल करने पर चर्चा करेंगे।
इस न्योते के बाद ज्वाइंट फ्रंट ने आगामी सभी कार्यक्रम फिलहाल 18 जनवरी तक स्थगित कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद ही आगामी फैसला लिया जाएगा। बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने बैठक के लिए रणनीति बनाई कि केवल ओल्ड पेंशन और स्थायी एमडी के अलावा तीसरा कोई भी मामला मुख्यमंत्री के सामने नहीं खोला जाएगा, ताकि इन दोनों मांगों पर ध्यान केंद्रित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सही फैसला ले सकें और बिजली बोर्ड कर्मचारियों को राहत मिल सके।
राज्य मेें बिजली कर्मचारियों की मांग को पूरा करने के लिए यूनियन के बैनर तले हजारों कर्मचारियों ने बोर्ड मुख्यालय मेें धरना दिया था। इससे पहले बोर्ड के इतिहास में महीने के पहले छह दिन तक वेतन न मिलने पर राज्य बिजली बोर्ड के कम्रचारियों ने धरना दिया। बिजली कर्मचारी लगातार ही मांग कर रहे हैं कि बोर्ड प्रबंधन को बदला जाए। इनकी गलत नीतियों के चलते ही राज्य बिजली बोर्ड की वित्तीय हालत लगातार बिगड़ती जा रही है।
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