प्रजासत्ता|
हिमाचल पुलिस की एक हेड कांस्टेबल के साथ पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के सनसनीखेज मामले के सामने आने के बाद राज्य महिला आयोग भी हरकत में आ गया है। आयोग ने मामले में आरोपी पुरुष अधिकारी के यौन उत्पीड़न मामलों की जांच करने वाली कमेटी के चेयरमैन बनाए जाने पर हैरानी जताई है।
आयोग की अध्यक्ष डेजी ठाकुर ने छुट्टी के दिन फोन पर आला अधिकारियों से मामले में जानकारी ली और पुलिस मुख्यालय से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी कार्यालयों में गठित कमेटी का अध्यक्ष किसी महिला अधिकारी को ही बनाया जाए। अगर उस कार्यालय में महिला अधिकारी नहीं है तो किसी अन्य कार्यालय या विभाग की महिला अधिकारी को अध्यक्ष बनाया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इस मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है। एसपी स्तर की एक अधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी अलग से जांच कर रही है। ऐसे में उसकी जांच के बाद आयोग आगे की कार्यवाही तय करेगा।
क्या है मामला
जिला शिमला पुलिस के एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और जिले की यौन उत्पीड़न रोकथाम कमेटी के चेयरमैन पर महिला हेड कांस्टेबल ने शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया है। पीडिता ने शिमला शहर के महिला थाने में पुलिस को दी शिकायत में कहा गया है कि यह पुलिस अफसर कई दिनों से उसे तंग कर रहा था और आपत्तिजनक बातें और मांग उससे रख रहा था। पुलिस अफसर पर आरोप है कि उसने पत्नी को गाड़ी सिखाने के बहाने उसे अपने घर बुलाया।
एक दिन उसने कहा कि उसकी पत्नी उससे मिलना चाहती है। जब वह उससे घर गई तो उस अफसर के अलावा वहां कोई नहीं था। आरोपी अफसर ने उसके साथ छेड़खानी की। आरोप है कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी पीड़ित हेड कांस्टेबल के साथ छेड़खानी की गई। इस बात की जानकारी उसने अपने सहकर्मियों को भी दी। महिला पुलिस थाने ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की दी है।