प्रजासत्ता|
पालमपुर में बीएस-4 वाहन पंजीकरण मामले में हुए बड़े फर्जीवाड़े में पुलिस शुक्रवार को न्यायालय में चार्जशीट दायर करने जा रही है। यह चार्जशीट 17 लोगों के खिलाफ बनी है, जिसमें इन लोगों की अलग-अलग भूमिका है। चार्जशीट में बिचौलियों, वाहन मालिक व विभागीय कर्मचारियों को आरोपित बनाया गया है। बता दें कि स्थानीय प्रशासन ने 18 फरवरी को 110 वाहन मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
गौर हो कि निस मामले में बाहरी राज्यों के लोगो के तार भी जुड़े हुए था इसलिए जाँच के दौरान पुलिस को कई बार बाहरी राज्यों में जाना पड़ा। इस प्रकरण में पालमपुर पुलिस ने चार महंगी गाड़ियों को कब्जे में लेकर पालमपुर पहुंचाया है। स्थानीय आरोपित अरविंद कुमार की निशानदेही पर दो लग्जरी वाहन कब्जे में लेने के बाद पुलिस ने एक अन्य अरोपित नूरपुर निवासी पंकज को हिरासत में लिया था। पंकज पर फर्जीवाड़े के तहत कई वाहनों के पंजीकरण का आरोप हैं लेकिन पुलिस के समक्ष उसने तीन ही वाहन पंजीकृत करने की बात कुबूली थी। इसके बाद चंडीगढ़ निवासी पवन कुमार को हिरासत में लिया व उससे दो महंगी गाड़िया बरामद कर पालमपुर लाई थी। इन गाड़ियों की कीमत करोड़ों में है।
डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि शुक्रवार को 17 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी। उन्होंने बताया कि न्यायिक हिरासत में चंडीगढ़ निवासी पवन कुमार की कोरोना से मौत की आधिकारिक सूचना पुलिस थाना में नहीं मिली है। आरोपित की मृत्यु से पुलिस जाच में कोई समस्या नहीं है। पुलिस वाहन फर्जीवाड़ा मामले की जाच लगभग पूरी कर चुकी है। उन्होंने बताया कि चार्जशीट में आरएलए में कार्यरत कर्मचारी को भी आरोपित बनाया है।