Himachal News: हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) के मुख्य अभियंता विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद परिजनों और कर्मचारियों में गुस्सा फूट पड़ा है। बुधवार को विमल नेगी की पार्थिव देह को लेकर परिजन HPPCL के बीसीएस कार्यालय पहुंचे और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
विमल नेगी की पत्नी ने कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक (एमडी) हरिकेश मीणा और निदेशक (इलेक्ट्रिकल) देशराज के तत्काल निलंबन की मांग की। परिजनों ने साफ कहा कि जब तक दोनों अधिकारियों को निलंबित नहीं किया जाता, वे शव को कार्यालय से नहीं हटाएंगे।
परिजनों ने आरोप लगाया कि विमल नेगी की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की। इस दौरान कर्मचारियों और परिजनों ने “विमल नेगी अमर रहे” के नारे लगाए और कार्यालय के बाहर बीसीएस-कंगनाधार मार्ग पर चक्का जाम कर दिया।
सरकार ने दिए जांच का आदेश
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक देशराज को उनके पदों से हटा दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह/राजस्व) ओंकार शर्मा को 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का जिम्मा दिया गया। इसके अलावा, आईएएस अधिकारी राकेश प्रजापति को HPPCL का नया एमडी नियुक्त किया गया, जबकि निदेशक (सिविल) सुरेंद्र कुमार को निदेशक (इलेक्ट्रिकल) का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया।
कर्मचारियों ने किया मौन विरोध
HPPCL और बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने बुधवार को रिकांगपिओ में मौन रैली निकाली और मामले की सीबीआई जांच की मांग की। कर्मचारियों ने कहा कि विमल नेगी कार्यस्थल पर अत्यधिक तनाव और दबाव का सामना कर रहे थे, जिसके कारण उनकी मौत हुई। उन्होंने कार्यस्थल पर कर्मचारियों के लिए बेहतर माहौल बनाने की मांग की।
एम्स बिलासपुर में हुआ प्रदर्शन
बुधवार सुबह एम्स बिलासपुर में विमल नेगी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान HPPCL के कर्मचारियों ने प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया और “हरिकेश मीणा मुर्दाबाद” के नारे लगाए। पोस्टमार्टम के बाद कर्मचारियों ने फूलों से सजी एंबुलेंस में विमल नेगी की पार्थिव देह को बिलासपुर से विदा किया।
संयुक्त मोर्चा ने उठाए सवाल
राज्य बिजली बोर्ड के अभियंताओं और कर्मचारियों के संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री सुक्खू को पत्र लिखकर विमल नेगी की मौत के आसपास की परिस्थितियों की गहन जांच की मांग की। संयुक्त मोर्चा के संयोजक लोकेश ठाकुर और सह-संयोजक हीरालाल वर्मा ने कहा कि विमल नेगी कार्यस्थल पर अत्यधिक तनाव और दबाव का सामना कर रहे थे, जिसके कारण उनकी मौत हुई। उन्होंने कार्यस्थल पर कर्मचारियों के लिए बेहतर माहौल बनाने की मांग की।
कैबिनेट मंत्री ने जताई संवेदना
कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी भी मौके पर पहुंचे और विमल नेगी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने परिजनों से संवेदना व्यक्त की और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
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