शिमला|
बीते दिनों राजधानी शिमला के लोअर बाजार में अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम की टीम को रोकने के मामले में सात दुकानदारों पर मामले दर्ज किया जाने के बाद शहर के कारोबारी भड़क गए हैं| शुक्रवार को व्यापार मंडल के साथ लोअर बाजार के दुकानदार सदर थाने पहुंचे और नगर निगम पर अपनी नाकामी छुपाने के लिए दुकानदारों पर कार्रवाई करने के आरोप लगाए|
बता दें कि शहर के बाजारों में अतिक्रमण को लेकर हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया था और नगर निगम को सख्त निर्देश दिए थे कि शहर के बाजारों में सड़क किनारे रेहड़ी फड़ी लगाने वालों और दुकानों के बाहर सामान लगाने वालों के खिलाफ नगर निगम कार्रवाई करे| इसके बाद नगर निगम भी हरकत में आया और शहर के बाजारों में आनन-फानन में दुकानों के बाहर रखे सामान को उठा लिया| जिसका दुकानदारों और शिमला व्यापार मंडल ने विरोध किया था और गाड़ी को रोका गया था| वहीं, पुलिस ने उसके खिलाफ मामले दर्ज करने शुरू कर दिए हैं|
व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह का कहना है कि वह कोर्ट के आदेशों का सम्मान करते हैं, लेकिन नगर निगम ने बिना किसी चेतावनी के लोअर बाजार में दुकानदारों की दुकानों से जबरदस्ती सामान उठाया गया और उन्हें परेशान करने के लिए मामले दर्ज किए जा रहे हैं| नगर निगम बाजारों में अतिक्रमण हटाने में पूरी तरह से नाकाम रहा है|
उन्होंने कहा कि शहर में रेहड़ी फड़ी वालो को नगर निगम बसा नहीं पाया है और अपनी नाकामी छुपाने के लिए कोर्ट के आदेशों का हवाला देकर दुकानदारों पर कार्रवाई की जा रही है जोकि सही नहीं है| दुकानदार सरकार का पूरा सहयोग कर रहे हैं| कोरोना के बाद बाजार अभी खुले हैं, लेकिन नगर निगम दुकानदारों को परेशान कर रहे हैं|