किन्नौर|
लाहौल स्पीति के स्थानीय विधायक एवं सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ रामलाल मारकंडे के खिलाफ मानसिक उत्पीड़न करने के संगीन आरोप उन्हीं के गांव के स्थानीय व्यक्ति कुलदेव ठाकुर ने लगाए हैं। लाहौल स्पीति के मढ़ग्रां गांव से संबंध रखने वाले कुल देव ठाकुर ने मीडिया को जारी अपने बयान में मंत्री डॉ रामलाल मारकंडे के खिलाफ संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि कुछ वर्ष पहले उन्होंने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस माहौल के समीप 6 बिस्वा जमीन खरीदी थी और उनकी जमीन के साथ ही करीब 8 बिस्वा जमीन उन्हीं के गांव से संबंध रखने वाले एवं मंत्री डॉ रामलाल मारकंडे ने भी 8 बिस्वा जमीन खरीदी थी।
कुल देव ठाकुर ने कहा कि मंत्री महोदय द्वारा जमीन खरीदने के बाद लगातार उन पर यह दबाव बनाया जा रहा था कि वह अपने हिस्से की छह बिस्वा जमीन या तो उन्हें बेच दे या फिर उनके किसी रिश्तेदार को यह जमीन दे दे । उन्होंने यह आरोप लगाया कि मंत्री महोदय ने उनसे पुरानी रंजिश के चलते उन्हें व उनके परिवार को मानसिक तौर पर टॉर्चर करना शुरू कर दिया। श्री ठाकुर ने मीडिया को जारी अपने बयान में कहा है कि जब उन्होंने मंत्री डॉ रामलाल मारकंडे को अपनी जमीन बेचने से मना कर दिया तो उन्होंने अपने औधे व शक्तियों का प्रयोग करते हुए बेवजा उन्हें व उनके परिवार को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी ।
उन्होंने कहा कि मंत्री महोदय द्वारा जमीन को लेकर व उस पर बनाए गए भवन को लेकर झूठे आरोप उन पर लगाए गए और सत्ता में काबिज होने का इस्तेमाल करते हुए मंत्री महोदय ने उनके खिलाफ राजस्व विभाग, टाउन एंड कंट्री के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी विभाग से उनकी जमीन और भवन निर्माण को लेकर जांच शुरू करवा दी। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों को वह समय-समय पर अपना जवाब कानूनी तौर पर दे चुके हैं बावजूद इसके आज तक उन्हें संबंधित विभागों द्वारा परेशान किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जब भी वह विभाग के उच्च अधिकारियों से बात करते हैं तो उन्हें साफ तौर पर कह दिया जाता है कि आप मंत्री महोदय से बात करें या फिर मंत्री जी से माफी मांगते हुए अपने मामले को सेटल करवा दें ।