शिमला|
राजधानी शिमला के इंंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में चल रहे लंगर विवाद तूल पकड़ने और जनता का समर्थन मिलने के बाद आईजीएमसी प्रबंधन बैकफुट में आ गया है| वहीँ अब मामले सरकार ने बड़ा फैसला किया है| यहां पर कई साल से अलमाइटी ब्लेसिंग संस्था द्वारा चलाए जा रहे लंगर को हटाने के बाद से चल रहे विवादित मामले की अब जांच होगी| मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं और 15 दिन में रिपोर्ट मांगी गई है|
हिमाचल सरकार के गृह सचिव बलबीर सिंह की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि आईजीएमसी में लंगर मामले को लेकर एडीएम राहुल चौहान की अध्यक्षता में न्यायिक जांच होगी| वह 15 दिन में जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे| जनहित में सरकार की ओर से जांच का फैसला लिया गया है|
दरअसल, शिमला के सर्वजीत सिंह बॉबी कई साल से आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में लंगर लगाते हैं| वह यहां आए मरीजों के तीमारदारों को मुफ्त में खाने खिलाते हैं| लेकिन हाल ही में बीते सप्ताह पुलिस ने लंगर को अवैध बताकर बंद करवा दिया था| मामले को लेकर लेकर काफी विवाद हुआ और खूब तूल पकड़ा| सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक प्रदर्शन हुए| बॉबी के समर्थन में सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी राय रखी| वहीं, कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने समर्थन में रिज मैदान पर धरना दिया|
आईजीएमसी के एमएस जनक राज ने जांच की मांग करते हुए कहा कि लंगर चलाने के लिए पैसा कहां से आ रहे है, इसकी भी जांच हो| बता दें कि लंगर को चलाने वाले सर्वजीत सिंह बॉबी मौजूदा समय में बीमार हैं और किडनी की समस्या के चलते अस्पचाल में भर्ती हैं|