महेंद्र|सैंज
सैंज घाटी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैन्ज में आउट सोर्स पर सेवा दे रही दो नर्सों को छुट्टी कर दी गई घाटी की 14 पंचायतों में कम से कम 25000 के आसपास आबादी है घाटी में एक ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है लेकिन वह भी मात्र बोर्ड तक ही आधारित है हाल ही में पिछले वर्ष सैन्ज संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा 11 दिनों का है क्रमिक अनशन रखा गया था जिसमें समिति द्वारा मांग रखी गई थी की इस हॉस्पिटल को अपग्रेड किया जाए वह डॉक्टर और पेरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाए एक डॉक्टर को हॉस्पिटल में भेजा गया|
लेकिन कुछ ही समय बाद अन्य एक डॉक्टर की ट्रांसफर करवा कर भुंतर भेजा गया और यह हॉस्पिटल फिर से ही की डॉक्टर के सारे रह गया प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और सैन्ज स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र में आउट सोर्स के तहत दो नर्सों की ड्यूटी भी समाप्त कर दी गई है सैन्ज संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा की सरकार जल्द इन नर्सों की सेवा बहाल करवाएं व इस हॉस्पिटल मे ग्रेड 2का स्टाफ बिठाया जाए|
महेश शर्मा ने कहा की मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र के पड़ोस की विधानसभा के यह हाल है तो समिति ने मांग रखी है कि मुख्य मन्त्री व स्वास्थ्य मन्त्री जल्द घाटी का दौरा करें उन्होंने सरकार को कहा कि यदि जल्द समिति की मांगों को नहीं माना गया तो घाटी में एक महा जन आंदोलन होगा जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी वही डीसी कुल्लू रिचा वर्मा ने कहा कि जल्दी सैन्ज हॉस्पिटल के स्टाफ की रिपोर्ट सीएमओ कुल्लू से मांगी जाएगी और घाटी के 15पंचायतों के लोगों की समस्या का हल किया जाएगा|