सेब बागवानों से धोखाधड़ी के मामले में हिमाचल प्रदेश की सीआइडी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।एसआईटी ने कोटखाई के रहने वाले एक बड़े जालसाज को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। इस पर सूबे के एक दर्जन आढ़तियों और बागवानों की करीब 10 करोड़ की राशि हड़पने का आरोप है। करीब 150 सिविल सूट में वांछित है। आरोपित का नाम संदीप मेहता उर्फ सैंडी है। सैंडी ऊपरी शिमला के मंढोल गांव का रहने वाला है।
संदीप मेहता उर्फ सैंडी है। कोटखाई का रहने वाला सैंडी सोलन में आढ़त चलाता था और अन्य क्षेत्रों के आढ़तियों और बागवानों से उधार में सेब खरीदकर बेचने का काम करता था। 2015 से 2018 के बीच इसने कई बागवानों को रकम अदायगी के लिए चेक दिए जो बाद में बाउंस हो गए। ऐसे करीब दो दर्जन से ज्यादा मामलों में रामपुर, रोहड़ू, जुब्बल कोटखाई, ठियोग व सोलन समेत कई जगह की कोर्ट से यह वांछित भी चल रहा था। 2018 में वह हिमाचल से अपना पूरा काम समेटकर फरार हो गया और मुंबई में सेटल हो गया।
बता दें कि पिछले दिनों भी सीआइडी की टीम गिरफ्तारी वारंट लेकर मुंबई गई थी। तब ठिकाना बदल दिया था। चार-पांच दिन से सीआइडी की टीम ने कई ठिकानों पर नजर रखी। सीआइडी पुलिस को साथ लेकर असली ठिकाने तक पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लिया गया था, इसलिए ट्रांजिट रिमांड लेने की जरूरत नहीं पड़ी।
संदीप पर हिमाचल प्रदेश में मौजूद कई बैंकों के करीब पांच करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। एसपी वीरेंद्र कालिया ने बताया कि अभी तक की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी ने बैंकों से लोन लिया और उस राशि को मुंबई में अन्य कार्यों में निवेश कर दिया। ऐसे में अब बैंक भी इस गिरफ्तारी के बाद सक्रिय हो गए हैं