कोरोना वायरस ओमीक्रान वैरिएंट के खतरे को देखते हुए कांगड़ा जिला प्रशासन हुआ सतर्क हो गया है। उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में ओमीक्रोन वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन पूरी तरह से सजग और सतर्क हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को WHO ने चिंता का विषय घोषित किया है। ओमिक्रोन को लेकर सरकार ने कुल 12 देशों यूरोप, साउथ अफ्रीका, मॉरीशस, ब्राजील, हांग कांग, इजराइल, चीन, ज़िम्बाब्वे, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, बोत्सवाना इन पर रोक लगाई है। जिसके चलते इन देशों से कांगड़ा जिला में आने वाले नागरिकों को सात दिन के लिए क्वारंटाइन होना अनिवार्य किया गया है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि इन देशों से आने वाले नागरिकों का एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग, शहरी विकास विभाग के अधिकारियों को उपरोक्त नागरिकों के क्वारंटीन की निगरानी भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है ताकि किसी भी स्तर पर वायरस के संक्रमण का खतरा नहीं हो। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी उचित दिशा निर्देश दिए गए हैं।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि सभी नागरिकों को कोविड प्रोटोकाल की अनुपालना सुनिश्चित करना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग तथा हाथों को बार-बार धोने की शर्तों की नियमित तौर पर अनुपालना सुनिश्चित करने पर ही वायरस के संक्रमण से बचाव हो सकता है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि बुखार, सर्दी जुकाम इत्यादि के लक्षण होने पर टेस्ट अवश्य करवाएं इस के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य संस्थानों में टेस्ट की सुविधा निशुल्क प्रदान की जा रही है।
बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने इस नए स्ट्रेन B.1.1.529 को ओमीक्रॉन नाम दिया है। गौरतलब है कि वैरिएंट आफ कंसर्न में उसी स्ट्रेन को रखा जाता है जिसका खतरा अधिक होता है। अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक ओमीक्रान स्ट्रेन का संक्रमण अधिक तेजी से फैलता है। इसके अलावा ये वैक्सीन के असर को भी कम या खत्म कर सकता है।
यहां पर ये भी बता दें कि विश्व के कुछ देशों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बीते कुछ माह में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। यूरोप समेत रूस और चीन में भी मामलों में बढ़ोतरी हुई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन ने अपने कुछ प्रांतीय शहरों में लाकडाउन तक लगाया है। रूस की बात करें तो वहां पर इस महामारी से रिकार्ड संख्या में मौतें हो रही थीं। इस नए वैरिएंट की दहशत दुनिया के दूसरे मुल्कों में भी महसूस की जा रही है। सभी देश इसको लेकर बेहद चौकन्ना हैं।