शिमला|
रिश्वत लेने व विजिलेंस टीम को कार से कुचलने का प्रयास करने के आरोपित नादौन थाना के निलंबित एसएचओ नीरज राणा के मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए डीजीपी ने राणा को पकड़ने के लिए विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है। पुलिस मुख्यालय ने एसपी ऊना को निर्देश दिए हैं कि वह भी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए हमीरपुर पुलिस का पूरा सहयोग करें। इसकी वजह यह है कि आरोपित नीरज ऊना जिले के हरोली का रहने वाला है।
डीजीपी ने निर्देश दिए हैैं कि एसपी हमीरपुर केस का ब्योरा आर्थिक अपराध विंग के एसपी को भेजेंगे। इस विंग के मुखिया गौरव सिंह हैं। वह इस मामले को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भेजेंगे ताकि भ्रष्टाचार के मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मिसाल बने
घूस लेने के आरोपी एसएचओ नादौन रहे नीरज राणा के फरार होने के बाद डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी, रेंज आईजी और एसएचओ के साथ वीसी के जरिये बैठक की। इस दौरान कड़ा रुख अपनाते हुए उन्होंने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए हैं कि वह किसी भी पुलिस अधिकारी को एसएचओ किसी नेता की सिफारिश पर न लगाएं, बल्कि मेरिट और उसकी कार्यशैली को तवज्जो दें। नियुक्ति से पहले पुलिस अधिकारी की 360 डिग्री रिव्यू करें, जिसमें उसके काम, निष्पक्षता, ईमानदारी आदि का पता किया जाए। इस काम के लिए वह पूर्व एसपी से भी संपर्क कर सकते हैं।