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Tripta Bhatia

मुझे महिलाओं से जुड़े विषयों पर लिखना बेहद पसंद है। महिलाओं की ताकत, उनकी चुनौतियों और उनकी उपलब्धियों को उजागर करने में विश्वास करती हूँ। मेरे लेखन का उद्देश्य महिलाओं की आवाज़ को मजबूती से पेश करना और समाज में उनकी भूमिका को पहचान दिलाना है।

नहीं छूट रहा थाना प्रभारी परवाणू का मोह, दस सालों से पैंतालीस किलोमीटर के भीतर ही नौकरी कर रहे, स्टे के लिए पहुंचे कोर्ट

प्रजासत्ता। हिमाचल पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए रविंदर कुमार 2011 में पासआउट होने के बाद जनवरी 2011 में जिला शिमला में लगाया...

बन्द करो सोशल मीडिया पर नँगा नाच अपना

अरे ओ झंड मंच के कलाकारों सोनिया स्मृति हो गया हो तुम्हारा तो कभी किसी मर्द के सहारे भी राजनीति करो या काबिल...

सीटू हिमाचल किसान सभा,जनवादी महिला समिति ने किसानों के आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया है।

सीटू,हिमाचल किसान सभा,जनवादी महिला समिति,डीवाईएफआई,एसएफआई,दलित शोषण मुक्ति मंच ने अपनी मांगों व तीन किसान विरोधी कानूनों को लेकर संघर्षरत किसानों के आंदोलन का...

बड़े न होते तो सारे फसाद खड़े न होते!

तृप्ता भाटिया| बचपन में दिल्ली का पता नहीं था मुझे, अपने घर से नाना का घर बहुत दूर लगता था। बसें टाइम से चलती थी...

जो लोग समय होते हुए भी लंबे लेख नहीं पढ़ पाते उनकी मानसकिता केवल”मैं” होती है।

जो लोग लंबे लेख नहीं पढ़ पाते समय होते हुए भी उनकी मानसिकता केवल "मैं"होती है उनको जहाँ लगता कि जब मेरी तरीफ...

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