सुभाष कुमार गौतम/घुमारवीं/बिलासपुर
आज के समय में नर्स यानी सिस्टर एक बहुत सम्माननीय शब्द है जिसको सुनकर हर कोई गौरवान्वित हो जाता है| आप अस्पतालों में अक्सर मुलाकात करते होंगे हर पल-पल मरीज़ की देखभाल करना उनका धर्म है| आदमी बड़ा हो या छोटा मरीज हो या तामीरदार डाक्टर हो या बड़े किसी आहोदे पर लेकिन वो अधिकतर नर्स को सिस्टर ही बुलाता है जो एक सम्मानजनक ह|
यानि सेवा भाव से काम करने वाले जैसे डाक्टरों को भगवान माना जाता है वैसे नर्स को सिस्टर माना जाता है| मतलब मैडिकल में बहन का आहोदा देकर सम्मानित किया गया है जो विना किसी स्वार्थ के निस्वार्थ होकर जनसेवा करती ह| आज कोरोना काल में इनका बहुत बड़ा योगदान है| कोई अपने छोटे छोटे बच्चों को पड़ोसी के पास छोड़ कर मोर्चा संभाले है.. तो कोई परिवार से दूर रहकर तो कोई बीमार पति को घर में अकेला छोड़ कर जनसेवा कर रही हैं..
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नर्स दिवस मनाएं जाने पर इनको एक बहुत बड़ा सम्मान मिला है जिसकी यह हकदार हैं| बिलासपुर जिला की पहली नर्स स्वर्गीय देवकी देवी जिन्हें स्वास्थ्य विभाग ने फलोरेंस नाईटएंगल पुरस्कार से किया था सम्मानित स्वर्गीय देवकी देवी जी को श्रद्धांजलि।