सुभाष कुमार गौतम/घुमारवीं/बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश बिलासपुर जिला के पुलिस अधीक्षक इतने निडर और दबंग है कि पुलिस वाले नहीं चाहते कि उन जैसा एसपी हो, क्योंकि हर कोई ड्यूटी दिए बिना ही मौज करना चाहता है पर ये साहब कहां सोते हैं| पुलिस वाले को तो मात्र अपने घर की फ़िक्र होता है लेकिन इनको पूरे जिला की सुरक्षा की है.. कहा चोरी हो रही है कहां पुलिस लाप्रवाही कर रही है|
बीते शनिवार को साहब पुलिस थाना बरमाणा में पहुंच गए पूरे थाना को आधा धंटे में हाजिर होने को कहा, लेकिन एसपी के आदेश के बाद भी एक एएसआई व कांस्टेबल नही पहुंच पाए दोनों को 11 दिन की पिठठू ड्रिल की सजा सुना दी| इनसे पुलिस विभाग भी कांपता है|
खैर आपको बताते चलें कि दिबाकर शर्मा दबंग एसपी है| इन्होंने निकम्मे पुलिस कर्मियों पर पूरा शिकंजा कसा है| शुरू में जब बिलासपुर जिला में ड्यूटी संभाली तो सीधे बरमाणा पुलिस थाना में रात को अपने नाम से शिकायत दर्ज करवाई पुलिस ड्यूटी पर तैनात लोगों ने भी नहीं पहचाना| बाद में सारे पुलिस थाना की पीठ थपथपाई, क्योंकि सभी ड्यूटी पर डटे थे| इतना ही नहीं रात को सड़कों पर पुलिस की हलचल देखना इनकी पुरानी आदत है किसी को सस्पेंड किया तो किसी को लाईक हाजिर तो किसी को बेहतर ड्यूटी देने के लिए भी सम्मानित किया|
एक किसा ऊना जिला का भी है वहां एसपी साहब को शिकायत मिली की, पुलिस बाहर से आने वाले लोगों से रिश्वत लेती हैं क्योंकि वहां पंजाब से लोग हिमाचल आते थे| शिकायत मिली तो साहब मुबारकपुर चले गए रात को नाका लगता था, लेकिन वहां कोई नाका नहीं था एक कोने में खड़े हो गए कुछ देर बाद पुलिस की टीम आई और पंजाब से लोगों को लेकर एक टैंपो को रोक लिया होमगार्ड जवान ने ड्राइवर से पैसे लिए और जाने दिया|
उन्होंने ड्राइवर से पूछा आपसे पुलिस ने टैंपो छोड़ने के कितने पैसे लिए,.. ड्राईवर बोला, जी हां दो सो रूपए.. दिबाकर शर्मा ने ड्राइवर को दो सौ रुपए दिलाए और सारी टीम को सस्पेंड कर दिया| इतना ही नहीं ड्यूटी सही तरीके से करने वालों को सम्मानित भी करते हैं| लेकिन ड्यूटी पर तैनात होने पर कोताही बरतने पर खैर नहीं और ना नशा माफिया फन ऊठा सकता है|
आपको बताते चलें कि बिलासपुर जिला के एसपी दिबाकर शर्मा हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के दांडी गांव के हैं उनके पिता वकील है और ऐसा अफसर हिमाचल प्रदेश में पहला है जो जहां जाता है वहां पुलिस में खौंफ रहता है कि ना जाने साहब किस भेष में आ जाएं क्योंकि रात को सोना इनकी फितरत नहीं|