सुभाष कुमार गौतम/घुमारवीं/बिलासपुर
बिलासपुर जिला की भराड़ी उपतहसील के मरहाणा पंचायत के मलोट गांव में सर्पदंश से पांच वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने बच्चे को बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। अचानक हुई इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है। हर कोई बच्चे की मौत से स्तब्ध है।
मलोट गांव के हरमीत सिंह ने बताया कि बुधवार रात को खाना खाने के बाद परिवार के सभी सदस्य सो गए। हरमीत ने बताया कि रोजाना की तरह उनका पांच वर्षीय बेटा रितिक उनके साथ सो गया। वीरवार सुबह करीब 4 बजे बेटा करहाने लगा।
तब उन्होंने लाइट जलाकर बेटे को देखा तो बेटे ने बताया कि उसके पेट में दर्द हो रही है। हरमीत के मुताबिक बेटे रितिक की एकाएक तबीयत खराब होने लगी और उसके मुंह से झाग निकलने लगा। हरमीत ने बताया कि वे बेटे को भराड़ी अस्पताल ले गए। जहां से उसे हमीरपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में बेटे की तबियत ज्यादा खराब होने लगी। इसी दौरान वे उसे भोटा अस्पताल ले गए जहां पर रितिक की मौत हो गई।
डॉक्टरों के मुताबिक उनके बेटे के गले में सांप के काटने के निशान थे। पांच वर्षीय मासूम की एकाएक मौत होने से जहां पूरा परिवार सदमे में है। वहीं क्षेत्र के लोग भी मासूम की मौत से शोक में हैं। रितिक की 10 वर्षीय एक बड़ी बहन है। नन्हें रितिक के जाने से पूरा परिवार टूट गया है। इससे पहले बुधवार को बद्दाघाट के नजदीक कठलग गांव में 14 वर्षीय युवती की सांप के काटने से मौत हुई है।