सुभाष कुमार गौतम/घुमारवीं
– सुविधाएं ना मिलने से निजी क्लिनिकों में इलाज करवाने को मजबूर हैं आम जनता :
बिलासपुर जिला में आज स्वास्थ्य सुविधाएं राम भरोसे ही चल रही हैं। जबकि सरकार द्वारा विकास का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बिलासपुर जिला की तहसील भराड़ी में सीएचसी में आज डाक्टरों की भारी किल्लत पिछले कई दिनों से चली हुई है। इस सीएचसी में पांच डाक्टरों के पद है जिसमें से दो ही डाक्टरों के पद भरे हुए हैं एक समय था कि यहां पूरे डाक्टर थे लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा लोगों की कोई परवाह नहीं की और डाक्टरों की पोस्ट को नहीं भरा गया।
इस अस्पताल में लगभग एक दिन में 400 के करीब ओपीडी हो जाती है। लेकिन समस्या यह है कि एक डाक्टर दिन में और एक रात में अपनी सेवाएं देता है। आपको बताते चलें कि इस अस्पताल को हिमाचल प्रदेश के खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग ने 30 बैंड से बढ़ा कर 50 बैड का कर दिया है। लेकिन डाक्टरों के पद नहीं बढ़ाए गए। आज समस्या यह है कि यहां कोई भी मरीज़ भर्ती नहीं होना चाह रहा है। सारे बैड खाली पड़े हैं इतना ही नहीं अगर एक डाक्टर भी कहीं किसी कारण छुट्टी पर चला जाता है तो डैपुटेशन पर डाक्टर बुलाना पढ़ाता है।
इस परेशानी से जूझ रही क्षेत्र की जनता को अपना ईलाज करवाने के लिए निजी क्लिनिकों में जाना पड़ रहा है। लोगों की इस समस्या को लेकर हिमाचल प्रदेश के मंत्री व घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग से बात कि तो उन्होंने बताया कि लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। भराड़ी सीएचसी में भी डाक्टरों के पद भरे गए थे लेकिन कुछ डाक्टरों ने अपना तबादला करा लिया है जिस कारण यहां समस्या आ रही है। डाक्टरों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है। शीध्र ही सभी डाक्टरों के पद भरे दिए जाएंगे। ताकि आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।