सुभाष कुमार गौतम/घुमारवीं
बिलासपुर जिला कांग्रेस संदीप सांख्यान ने जारी वक्तव्य में कहा है कि अब मंहगाई डायन बन चुकी है| और देश और प्रदेश की 99 प्रतिशत जनता को डस रही है। अगर तथ्यों पर नजर डाले तो पी मार्का जैसा मस्टर्ड आयल भी 170 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। आम लोंगो को सब्जी का तड़का इस कदर महंगा हो चुका है कि लोग अपनी आने वाली पीढ़ियों को कहेंगे कि तड़का भी कुछ होता था।
अभी डीज़ल और पेट्रोल के दामों ने तो जनता की कमर तोड़ ही दी है उसके ऊपर किसी आम आदमी को अगर दो कमरों का मकान भी बनाना हो तो सरिया की कीमत 6000 प्रति क्विंटल के हो चुकी है उसके ऊपर बिलसपुर जैसी जगह पर 8 रुपये प्रति ईंट की क़ीमत हो चुकी है और सीमेंट की किमत 400 रुपये प्रति बैग हो चुकी है इसके बाबजूद बजरी और रेत 42 से 45 रुपए प्रति फुट की दर से मिल रहा है। इसके ऊपर लोडिंग और अनलोडिंग और लोकल कैरीज का पैसा अलग से। अब उस अवस्था मे पहले तो दो कमरों का घर बनाना दूभर फिर उसके ऊपर उस घर की रसोई में तड़का लगना दूर की बात होता जा रहा है।
इस मंहगाई से आम जनता को महंगाई डायन से कम नहीं लग रही और ऐसे में देश और प्रदेश की सरकारों का कोई दायित्व लोंगो के प्रति तय नहीं हो पा रहा है। इसके ऊपर कोविड 19 का कहर जिसके कारण सारे काम धंदे बंद हो चुके और युवाओं के रोजगार भी खत्म हो चुके है। ऐसे में प्रदेश सरकार के पास न तो रोजगार देने की योजना है और कोई बेहतर प्रयास ही है जो लोंगो के इस मंहगाई से निजात दिला सके और युवाओं को रोजगार दिल सके।