सुभाष कुमार गौतम/घुमारवीं/बिलासपुर
-बारिश न होने के कारण पानी की किल्लत भी मक्की व धान की फसल सूखने की कगार पर
हिमाचल प्रदेश में समय पर मानसून के ना आने के कारण दिन प्रतिदिन गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगा है| हालात यह है कि सुबह आठ बजे से लेकर रात तक आदमी व फसल कड़ाके की गर्मी से झुलस रहे हैं| इतना ही नहीं मौनसून में देरी से मककी की फसल भी तबाह होने के कगार पर है|
आपको बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश में शर्दीयों में भी कम बारिश हुई जिस कारण खड्डों व जल स्त्रोतों में पानी नहीं हुआ, लेकिन अब गर्मी की मार ऐसी पड़ रही है कि अधिकतर पेयजल योजनाएं ड्राई हो चुकी है और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराने लगा है| गर्मी के कारण खेतों में बीजी गई मककी व धान की फसल भीष्म गर्मी के कारण झुलस कर रह गई है और मानसून का भी कोई भरोसा नहीं है| अगर अब समय पर बारिश नहीं हुई तो फसल तो बर्बाद होगी|
बिलासपुर ऊना हमीरपुर जैसे निचले जिलों में पारा 42/45 के बीच पहुंच गया है और इस कारण बिजली की वोल्टेज की समस्या पैदा हो रही है भारी गर्मी के कारण बीमारियां बढ़ने लगी है| क्योंकि लोगों को साफ पानी नहीं मिल रहा है अगर जुलाई माह के पहले हफ्ते बारिश नहीं हुई तो फसल तो बर्बाद होगी ही लेकिन अन्य कई तरह की समस्या पैदा होगी जिसमें बारिश की कमी के कारण पुशुओं को चारे की समस्या भी सबसे ज्यादा होने वाली है| दिन रात एक जैसी हो रही गर्मी के कारण आम जनता परेशान है|अब लोगों को इंतजार है कि कब जैसे मानसून आए और भारी बारिश ज़मीन को तृप्त करे ताकि दिन प्रतिदिन सूख रही फसलों को कुछ सहारा मिल सके|