बिलासपुर |
हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ बिलासपुर के प्रधान नरेश ठाकुर व वरिष्ठ उपप्रधान भूपेन्द्र ठाकुर ने मीडिया में संयुक्त ब्यान दिया की पे स्केल रिवीजन में प्रवक्ता वर्ग को दो साल के राइडर के बाद 47000 इनिशियल स्टार्ट देने से प्रवक्ता वर्ग को नुकसान उठाना पड रहा है। 2016 से जो भी प्रवक्ता वर्ग रेगुलर हुए वे सभी पूर्व अनुबंध के दंस झेलकर आए। उस समय अनुबंध कार्यकल 8,6,5,3,2 वर्ष रहा बहुत कम वेतन पर प्रवक्ता साथियों अपनी सेवाएं दी। जब आज प्रवक्ता साथी रेगुलर हुये। तो उनको 2016 के पे स्केल में इनिशियल स्टार्ट के लिये दो साल का राइडर लग दिया। जोकि अन्याय पूर्ण है सरकार व वित विभाग पिछलों दिनो से मुख्यमंत्री की राइडर हटाने की घोषणा के बाद सभी कर्मचारियों एक उम्मीद जगी थी की अब पे स्केल की विसंगतियां दुर होगी परन्तु जब पे रिवीजन नोटिफिकेशन हुई तो सभी कर्मचारी ठगा सा महसुस कर रहे है।
राइडर हटाने की जगह पर राइडर लगा दिया गया। आज कर्मचारियों का हर वर्ग सरकार ये जानना चाहता है की राइडर कहां हटा। आज भारत के किसी भी राज्य में स्कूल प्रवक्ता का वेतन 47000 इनिशियल से कम नही है हिमाचल के साथ लगते राज्यों में 47000 से अधिक सबसे गरीब राज्य उडीसा व बिहार में भी प्रवक्त का इनिशियल स्टार्ट 47000 है। हिमाचल प्रदेश पंजाब के कमीशन के अनुसार कर्मचारियों क वेतन निधारण करता है परन्तु आज पंजाब में प्रवक्ताओं का वेतन 47000 इनिशियल है व हिमाचल में 43000 पर निधार्रित किया जा रहा है। व 47000 के लिये दो साल का राइडर लगाया ज रहा है। जो कि अन्यायपूर्ण व प्रवक्ताओं के हितों पर कुठाराघात है।
हिमाचल स्कूल प्रवक्ता संघ बिलासपुर सरकार से मांग करता है कि सभी प्रवक्ताओं को इनिशियल स्टार्ट 2016 से व प्रथम रेगुलर नियुक्ति से दिया जाये। ताकि भविष्य में आने वाली वेतनविसंगतिओ का निवारण हो सके। व प्रवक्ता साथियों के साथ न्याय हो सके। जो राइडर के विरोध में प्रवक्ता साथी है विकास चौहान,यशपाल,यशपाल चौहान, सुरेश,प्रेम स्वरुप,राजीव ,बलवन्त ठाकुर ,सुशील चन्देल,राजकुमार,भूपेन्द्र सांख्यान प्रशांत,तरसेम, सुनिल ठाकुर,अरविन्द,देवकांत,रविन्द्र चौहान,मदन चौधारी,राजीव,संजीव,नरेश,गुलशन नड्डा,महेन्द्र कुमार,विक्रांत चन्देल, संदीप कुमार,हिमान्सु ,श्रीकांत व अशोक शर्मा अन्य सैकडों की संख्या में है।