Crude Oil Price: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में गिरावट देखने को मिल रही है। दरअसल, चीन के अनुमान से कम राहत पैकेज ने भी कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव बनाया है। जिसके कारण 1 दिन में कच्चे तेल की कीमतें 2.50 फीसदी तक गिरी है। आंकड़ों पर नजर डाले तो ब्रेंट का भाव 72 डॉलर के नीचे फिसला है जबकि WTI का भाव 69 डॉलर के नीचे फिसला है।
गौरतलब है कि अमेरिका में ट्रंप की जीत के बाद से अब तक कच्चे तेल की कीमतों में करीब 6 फीसदी की गिरावट आई है। साथ ही डॉलर में आई तेजी ने भी क्रूड की कीमतों पर दबाव बनाने की काम किया है। इसके अलावा आईईए की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम एशिया में जारी शत्रुता के बावजूद अक्टूबर की शुरुआत से कच्चे तेल की कीमतों में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है, क्योंकि बाजार अमेरिका से बढ़ते उत्पादन पर जोर दे रहे हैं।
कच्चे तेल की कीमत स्थिर रहने की उम्मीद जबकि मांग में वृद्धि धीमी है, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, कनाडा और गुयाना सहित गैर-ओपेक देशों से तेल उत्पादन अगले दो वर्षों में प्रति दिन 1.5 मिलियन बैरल बढ़ने का अनुमान है।
कच्चे तेल में जारी रहेगी मंदी( Crude oil prices will continue to decline)
एनर्जी एक्सपर्ट के मुताबिक कच्चे तेल की आगे की चाल पर बात करे तो डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद चीन को लेकर अमेरिका सख्त रवैया रख सकता है। अगर ऐसा होता है चीन की अर्थव्यवस्था और परेशानी में आ सकती है। जिसके चलते तेल की डिमांड, आयात में भारी कटौती होगी। वहीं बाजार को कहीं ना कहीं यूक्रेन और हमास के मसले को लेकर लगने लगा है कि अब यूक्रेन, हमास-इजरायल में समझौता होने की उम्मीद नजर आ रही है। जिसके चलते आगे कच्चे तेल में मंदी जारी रहेगी।
जानकारों के अनुसार यूएस में क्रूड का उत्पादन बढ़ेगा। जिसके चलते तेल की कीमतों में दबाव देखने को मिल सकता है। क्योंकि मांग कम और सप्लाई ज्यादा है। इसके पीछे की वजह डोनाल्ड ट्रंप के आने से चीन में इकोनॉमिक क्राइसिस बढ़ सकता है। आने वाले दिनों में कच्चे तेल के दाम 65-70 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकते हैं।
कच्चे तेल सहित ( Crude oil prices) वस्तुओं की कीमतें मुख्य रूप से वैश्विक मांग और आपूर्ति कारकों द्वारा निर्धारित की जाती हैं। एक्सपर्ट ने कहा कि क्रूड शॉर्ट टर्म में कमजोरी जारी रह सकता है। उन्होंने आगे कहा कि 5660 रुपये तक कच्चे तेल का भाव जा सकता है। लिहाजा मौजूदा स्तर या 5770 रुपये के आसपास बिकवाली करने की राय होगी।