चंबा|
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के बकलोह इलाके के चिलामा गांव में एक 19 वर्षीय बेटी ने अपने पिता की अर्थी को नंगे पांव कंधा देकर पहले श्मशानघाट पहुंचाया। फिर इसके बाद पूरे हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार पिता की चिता को मुखाग्नि भी दी।
आपको बता दें कि संदली थापा के पिता सुनील थापा की बुधवार की रात को बीमारी के चलते मौत हो गई थी। अपने माता-पिता की इकलौती औलाद होने के कारण उसने बेटी के साथ साथ बेटा होने का भी फर्ज निभाया और पिता की चिता को मुखाग्नि देने का निर्णय लिया।
गुरुवार की सुबह जब गांव के लोगों तथा रिश्तेदारों ने उसके पिता की अर्थी को अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाट ले जाना शुरू किया तो संदली कंधा देने के लिए पहुंच गई। उसने अपने पिता की चिता को कंधा देकर बेटी होने का फर्ज निभाया है। इसके बाद उसने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि भी दी। बेटी की हिम्मत, पिता के प्रति प्यार को देख पूरे इलाके में उसकी प्रशंसा हो रही है।