धर्मेंद्र सूर्या | तेलका 17 सितम्बर
Chamba News Update: चंबा जिला के उपमंडल सलूणी के तहत हिमाचल व जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित गढ़ माता मंदिर का ऐतिहासिक जातर मेला रविवार को हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। इसमें दोनों राज्यों के हजारों लोगों ने भारी संख्या में भाग लेकर मां चामुंडा का आशीर्वाद लिया।
उल्लेखनीय है कि दोनों राज्यों के लोग अश्विन माह की संक्रांति को गढ़ माता मंदिर में मक्की की फसल चढ़ाते हैं। इस दौरान गढ़ माता मंदिर के प्रांगण में श्रद्धालु पारंपरिक घोरी व चुराही नाटियों पर खूब झूमते हैं।
श्रद्धालु इस मंदिर तक तेलका से पाँच किलोमीटर चिउगली तक सड़क मार्ग उसके बाद वहां से करीब तीन घंटे के पैदल सफर करते हुए हिमाचल व जम्मू की खूबसूरत पहाडियों का अलौकिक नजारा देखते, राजा का डेरा व चोंडी की घोड़ी से चढ़ाई चढ़कर गढ़ माता मंदिर पहुंचते हैं।
गढ़ माता जातर के दौरान मंदिर परिसर में प्रथम दिन रात को रात्रि माता को जगराते का आयोजन किया जाता हैं। इस बार पवन भारद्वाज ने माता की भेंटें गा कर भगतों कों आनंदित किया। रात्रि सांस्कॄतिक शुभारंभ बीडीसी विनोद शर्मा ने किया।
इस एतिहासिक मेले में सदियों से माता के गूर ही खेल खेला करते हैं, इस दौरान चुराही नाटी का आयोजन भी किया जाता हैं। यहां पर श्रद्धालु मक्की की फसल मां को अर्पित करते हैं। यहां जगह-जगह श्रधालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जाता हैं। यह मेला भाईचारे, एकता एवं सौहार्द का संदेश देता है।
मेला कमेटी में दोनों राज्यों हिमाचल और जम्मू कश्मीर के लोगों का संयुक्त प्रतिनिधित्व रहता है, और सुरक्षा के लिए भी दोनों राज्यों की पुलिस मौजूद रहती है।
इस मेला कमेटी ने मेले के सफल आयोजन के लिए लोगों व पुलिस प्रशासन का धन्यवाद किया। मेले में चुराही नाटी का शुभारंभ प्रधान ग्राम पंचायत भजोत्रा नीना सुन्दरम व उप प्रधान मौडा व्यास देव शर्मा द्वारा किया गया। इस मौके पर डीडीसी बनी ,रीता ठाकुर ,रीना ठाकुर , व्यास देव पंचायत प्रतिनिधि सहित हजारों लोगों ने मां के दरबार में शीश नवाया।
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