अरे ओ झंड मंच के कलाकारों सोनिया स्मृति हो गया हो तुम्हारा तो कभी किसी मर्द के सहारे भी राजनीति करो या काबिल नहीं हो। तुम्हारी प्रॉब्लम पता क्या है? तुम्हारे खानदान में किसी औरत ने तरकी नहीं कि होगी, शायद औरत चाहते न चाहते हुए भी कितना कुछ बन गयी। शायद कर्मचारी, अच्छे ओहदे पर नहीं होंगी या फिर राजनीति में नहीं इसलिए जलन होती है। अब बोलेंगे हमारे परिवार की महिलाएं तो ऐसी हैं नहीं, अपने मंजे के नीचे झाड़ू मारो तो। बहुत सी महिलाएं अपनी-अपनी पार्टी के लोगों पर भी उंगली उठा चुकी हैं। तब इनके होंठ सील जाते कुछ बोलने को, मुझे तो देखकर यकीन हो गया था कि यह लोग सिर्फ ड्रामेबाज़ हैं यह अपना घर भी नहीं संभाल सकते। तुम्हारी अपनी-अपनी पार्टी के लोग ही फिल्म रिलीज कर देते सोशल मीडिया पर। बात वही करना जो अपने घर में माँ बहन बेटी के बीच बैठ के कर सकते हो।