Google Gemini AI System: Google एक नया AI सिस्टम जेमिनी एआई (GEMINI AI) बना रहा है। बताया जा रहा है कि गूगल अपने जेमिनी एआई से ओपन एआई के चैटजीपीटी को टक्कर देगा। हालांकि गूगल का यह नया एआई सिस्टम रिवॉल्यूशनरी है और अभी डेवलपिंग फेज में है। इसको पूरा करने में कई महीनों का समय भी लग सकता है। इसे डेवल करने में करोड़ों में लागत लगने की संभावना है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेमिनी एआई की विकास लागत करोड़ों में होने का अनुमान है। दूसरे शब्दों में कहें तो गूगल एआई सिस्टम में बहुत सारे संसाधन लगा रहा है। यानी कंपनी ChatGPT को हर हाल में पछाड़ना चाहती है। सरल शब्दों में कहें तो गूगल की ओर से आगामी एआई सिस्टम जेमिनी में कई संसाधन लगाया जा रहा है। ऐसे में गूगल की पूरी तैयारी है कि वो अपने जेमिनी एआई से ChatGPT को हर हाल में पछाड़कर रहेगा।
बता दें कि Microsoft सपोर्ट OpenAI द्वारा ChatGPT को पिछले साल लॉन्च किया गया था, जिसने टेक्नोलॉजी की दुनिया में तूफान मचा दिया था। वहीँ एक रिपोर्ट के मुताबिक अल्फाबेट के गूगल ने कंपनियों के एक छोटे समूह को अपने संवादी AI सिस्टम के शुरुआती संस्करण तक पहुंच प्रदान की है। इसे पेश करने में अभी समय लग सकता है। गूगल की ओर से जेनरेटिव AI में निवेश तेज कर दिया है।
रिपोर्ट की मानें तो जेमिनी एआई को कई बड़ी भाषाओं के कलेक्शन के साथ तैयार किया जा रहा है। इसमें सिर्फ अंग्रेजी या हिन्दी भाषा नहीं बल्कि कई अन्य रीजनल भाषाओं को भी जो़ड़ा जाएगा जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस टूल का इस्तेमाल कर सकेंगे।
एक रिपोर्ट के अनुसार, नए जेमिनी प्रोजेक्ट के तहत Google की अगली पीढ़ी के कृत्रिम बुद्धिमत्ता मॉडल जल्द ही लॉन्च होंगे। जेमिनी के लिए कंपनी अपने मौजूदा एआई चैटबॉट बार्ड और Google डॉक्स और स्लाइड्स जैसे एंटरप्राइज़ ऐप्स को शक्ति प्रदान करती है।
संसाधनों की मात्रा
जो चीज़ जेमिनी को एक दुर्जेय प्रतियोगी बनाती है, वह Google के पास उपलब्ध संसाधनों की मात्रा है। विशेष रूप से डेटा जिसका इस्तेमाल इन AI मॉडल को ट्रेन करने के लिए किया जा सकता है।
Google के पास YouTube वीडियो, Google किताबें, एक बड़ा खोज सूचकांक और Google Scholar की विद्वतापूर्ण सामग्री तक पहुंच है। इनमें से ज्यादातर डेटा Google के लिए अहम है, और इससे उसे दूसरों की तुलना में ज्यादा स्मार्ट मॉडल बनाने में बढ़त मिल सकती है।
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