हमीरपुर|
हमीरपुर जिला के शहीद राजकुमार पंचतत्व में विलीन हो गए हैं, उन्हें पैतृक गांव सलौणी में अंतिम विदाई दी गई। बेटे राघव ने पिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले शुक्रवार तड़के सलौणी गांव के शहीद नायक राजकुमार शर्मा की पार्थिव देह घर पहुंच गई थी। ऋषिकेश से उनकी देह यहां लाई गई। जालंधर से आई बटालियन के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी।
अंतिम विदाई के मौके पर पूरा गांव और शहीद के रिश्तेदार श्मशान घाट पहुंचे। बड़सर विधायक इंद्र दत्त लखन पाल और एसडीएम शशि पाल शर्मा भी मौजूद रहे। अंतिम संस्कार के समय शहीद अमर रहे के नारे भी लगे।
शहीद राजकुमार 174 इंजीनियरिंग टेरिटोरियल आर्मी में नायक के पद पर कार्यरत थे। उनकी पोस्टिंग जम्मू में थी, लेकिन वह 20 फरवरी को रुड़की स्थित अपने हेड क्वार्टर रिटायरमेंट के कागजात लेकर पहुंचे थे। जहां से वह लौटते समय ऋषिकेश में ट्रेन से उतरते समय घायल हो गए। वहीं पर AIIMS में उनका इलाज चल रहा था। परिजनों को देर रात ही उनके शहीद होने की सूचना मिली थी।
बताया जा रहा है कि शहीद राजकुमार रिटायरमेंट के कागजात को लेकर फाइल भी तैयार करवा रहे थे। शहीद राजकुमार रिटायरमेंट के कागजात को लेकर फाइल भी तैयार करवा रहे थे। राजकुमार शर्मा की एक बेटी कोमल और बेटा राघव हैं। पिता की मौत से सन्न हैं। दोनों स्कूल जाते हैं। गांव में लोग उनकी इस मौत से बेहद दुखी हैं।