प्रजासत्ता|
हमीरपुर जिला की भोरंज तहसील के तहत कस्याना गांव के लोग आजादी के 70 वर्षों बाद भी सड़क सुविधा से वंचित हैं| गांव में यदि कोई व्यक्ति बीमार होता है तो उसे पालकी के माध्यम से सड़क मार्ग तक पहुंचाया जाता है स्थानीय बाशिंदे एक तरह से नारकीय जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं| गांव के कई बुजुर्ग तो ऐसे हैं जो पिछले 20 से 25 वर्षों से गांव से बाहर ही नहीं आए|
लगभग 4 किलोमीटर पैदल रास्ता पार कर लोग काम के लिए शहर पहुंचते हैं| हालात इस कदर बदतर है कि गत वर्ष 2 गर्भवती महिलाओं के बच्चे समय पर स्वास्थ्य सुविधा न मिलने के चलते दुनिया में आने से पहले ही रुखसत हो गए|
स्थानीय बाशिंदे शासन प्रशासन से कई बार समस्या के समाधान की गुहार लगा चुके हैं लेकिन इसका कोई भी असर शासन-प्रशासन पर नहीं हुआ और लोगों का धैर्य जवाब दे गया| तब हमीरपुर के गांधी चौक पर बड़का भाऊ टीम के नेतृत्व में गाँव के लोगों ने जिला उपायुक्त कार्यालय में आकर धरना प्रदर्शन कर अपनी समस्या से अवगत करवाया| छोटे छोटे बच्चों ने भी अपने हाथों से बैनर बना कर
अनुराग भैया आप ही जय राम अंकल को समझाएं हमारा फुटब्रिज बनवाएं| विधायक महोदय कमलेश आंटी जी तो हमारा हमारी सुनती नहीं अब आप ही नन्हे-मुन्ने बच्चों को स्कूल जाने के लिए फुट ब्रीज बनवा दें|के स्लोगालं लिख कर अपनी मांग को सरकार और प्रशासन के सामने रखा|
धरना प्रदर्शन करने के बाद उपस्थिति लोगों ने एडीएम को अपनी समस्या से अवगत करवाते हुए गांव के लोगों ने फुट ब्रिज की सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की| एडीएम ने एसडीएम से संबंधित जगह की स्थिति से अवगत करवाने को कहा जिससे लोगों की समस्या को उपायुक्त को अवगत करवाया जा सके हो सके|
गांव की महिलाओं का कहना है कि उन्हें कई सालों से यह दिक्कत पेश आ रही है| बच्चों को अकेले स्कूल भी नहीं भेजा जा सकता है, बरसात में तो समस्या और भी बढ़ जाती है| सरकार जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें|
वहीं, दूसरी ओर लोगों का कहना है कि दो बार जनमंच में इस समस्या को उठाया जा चुका है| पहले लदरौर में जनमंच के दौरान समस्या को रखा गया| बाद में भोरंज में आयोजित जनमंच में भी लोगों ने समस्या को अधिकारियों और सरकार के समक्ष रखा, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है| यहां तक कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा सका है|
वहीँ मामले को लेकर बड़का भाऊ टीम के फाउंडर संजय शर्मा उर्फ़ बड़का भाऊ ने कहा कि आज इन ग्रामीणों को अपने हक मांगने के लिए बैनर उठा कर आना पड़ रहा है| सरकार और प्रशासन सोया हुआ है| प्रधान से लेकर विधायक मंत्री और नेता जनता को भूल चुके है, केवल चुनाव के समय ही उन्हें जनता की याद आती है,तब वे बड़े बड़े वादे करते हैं और चुनाव जीतते ही जनता को भूल जाते हैं| आखिर जनता की समस्याओं को सुलझाने के लिए क्यों कोई खड़ा नहीं होता| उन्होंने कहा कि आज उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया है यदि जल्द ही गाँव के लोगों की फुट ब्रिज की समस्या को हल नही किया गया तो उन्हें सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी सर्कार की होगी|