हमीरपुर|
रोजगार देने में पूरी तरह नाकाम रही बीजेपी सरकार न तो कर्मचारियों की बात सुनना-समझना चाह रही है, न ही कोई हल देना चाह रही है। यह बात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि ग्रामीण विकास की अहम जिम्मेदारी निभा रहे पंचायती स्तर के अधिकारी पेन डाउन स्ट्राइक पर चल रहे हैं।
विकास खंड टौणी देवी में हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की फौज का कहना है कि उनकी मांगें पूरी न होने तक वह हड़ताल पर डटे रहेंगे। पंचायती स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों की मांग है कि जब तक उन्हें विभाग में विलय करके सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता है तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। विधायक राणा हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों से मिले भी हैं और उनकी समस्या सुनी व समझी भी है।
राणा ने कहा कि जिला परिषद काडर के पंचायती स्तर पर सचिव, कनिष्ठ अभियंता, अकाउंटेंट, तकनीकी सहायक, यह तमाम श्रेणियां पेनडाउन स्ट्राइक पर हैं। जिस कारण से ग्रामीण स्तर की जनता को अपने रोजमर्रा के कार्य करवाने का कोई विकल्प नहीं मिल पा रहा है। परिवार नकल, बीपीएल सर्टिफिकेट, बोनाफाइड व अन्य दूसरे तरह के प्रमाण पत्र लोगों को नहीं मिल पा रहे हैं। ग्रामीण स्तर प चल रहे विकास कार्यों के एस्टीमेट व असेस्मेंट नहीं हो पा रही है। जिस कारण से गांवों के विकास में लगे ग्रामीण मजदूरों का भुगतान भी रुक गया है।
इन कर्मचारियों व अधिकारियों के कार्यालय एक तरह से बंद पड़े हैं लेकिन सरकार न तो जनता की समस्या को समझ रही है न तो कर्मचारियों की दिक्कतों को एड्रेस कर पा रही है। राणा ने तंज कसते हुए कहा कि दरअसल में बीजेपी सरकार हर शिकायत व समस्या से शुरू दिन से ही कन्नी काटती आ रही है और जनता की परेशानियों की सरकार को कोई परवाह नहीं है।
उन्होंने कहा कि उधर बीजेपी ने मल्टीटास्क वर्कर की भर्तियां जारी रखी हैं लेकिन इन भर्तियों से संबंधित दस्तावेज भी अभ्यर्थी नहीं बनवा पा रहे हैं। जिस कारण से उनकी नियुक्तियां भी लटकेंगी। उधर मनरेगा के कार्य भी पूरी तरह से प्रभावित हो गए हैं। राणा ने टौणीदेवी में पंचायत सचिवों से मिलकर उनकी समस्या को समझा व सरकार के समक्ष उनका पक्ष रखने का भी आश्वासन दिया है।
विधायक राणा ने ग्राम पंचायत चबुतरा में आयोजित महिला मंडल सम्मान समारोह में 30 जून को 5 महिला मंडलों को 12-12 हजार रुपए व एक-एक टेंट देकर सम्मानित किया। जबकि एक स्वयं सहायता समुह को भी एक टेंट देकर समाज सेवा के लिए प्रेरित किया।